खुले में नमाज पर टकराव जारी, गुरुग्राम में लगे मुस्लिम विरोधी नारे

 


 हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज को लेकर शुरू हुआ विवाद अब बढ़ता ही जा रहा है। हिंदू संगठनों ने सेक्टर-37 के खाली मैदान में नमाज पढ़ने का विरोध शुरू कर दिया है। नमाज के विरोध में मैदान के पास एकत्रित हुए हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर इस दौरान विवादित और मुस्लिम विरोधी नारे भी लगाए गए। विरोध को देखते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम शहर में खुले में नमाज पढ़ने को लेकर विवादित स्थानों पर टकराव की स्थिति बन गई है।सेक्टर 37 में खुले में नमाज पढ़ने को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर भारत माता की जय के लगाए। इस दौरान दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के लिए श्रद्धांजलि सभा भी आयोजित की गई और करीब 10 गांव से अधिक के युवाओं द्वारा हिस्सा लेकर बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत सभी 11 शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।गांव के रिंकू प्रधान ने कहा कि खुले में नमाज नहीं पढ़ने दी जाएगा। पिछली बार प्रशासन ने विचार करके नमाज नहीं पढ़ने का भरोसा दिलाया था, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाए जाने के बाद आज शुक्रवार को फिर बड़ी संख्या में युवाओं ने यहां पहुंचकर नमाज पढ़ने का विरोध किया। इस दौरान गांव के लोगों ने यहां पर अपनी गाड़ियां और ट्रक खड़े कर दिए जिससे कोई भी नमाजी यहां नमाज न पढ़ सके।हिंदू संगठनों ने गुरुवार को शहर में किसी भी खुले स्थान पर नमाज नहीं पढ़ने देने का ऐलान किया था। वहीं, मुस्लिम एकता मंच ने सभी चयनित स्थानों पर नमाज पढ़ने की बात कही थी। हिंदू संघर्ष समिति के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज ने कहा कि पिछले तीन महीने से सेक्टर-47, 12ए, सेक्टर-18 के पार्क के बाद सेक्टर-37 में खुले में नमाज को लेकर कड़ा विरोध जताया गया है। अब शुक्रवार को शहर के किसी भी स्थान पर खुले में नमाज नहीं पढ़ने दिया जाएगा। प्रशासन को आगाह किया गया है कि खुले में नमाज पढ़ी गई तो इसका विरोध होगा। पिछले शुक्रवार को सेक्टर-37 में जिस तरह से हिंदू संगठन के पदाधिकारियों को हिरासत में भी लिया गया था।बता दें कि, नमाज स्थल पर नारेबाजी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले बीते शुक्रवार को भी गुरुग्राम-सेक्टर 37 में नारे लगाकर जुमे की नमाज में खलल डालने की कोशिश की गई थी, तब पुलिस ने शांति भंग होने की आशंका को देखते सात लोगों को हिरासत में लिया था। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले खुले स्थान पर नमाज पढ़ने के खिलाफ एक समूह ने विरोध शुरू किया था, जिसके बाद पिछले कई सप्ताह से हर शुक्रवार को इस तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं।   

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