सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

Featured Post

"रहस्य या साजिश? वगैर वीजा रुके पाकिस्तानियों पर बढ़ता शक"

  भा रत और पाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक, राजनीतिक और सामाजिक संबंध बेहद जटिल और संवेदनशील रहे हैं। विभाजन के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्ते अक्सर तनावपूर्ण रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में जब पाकिस्तानी नागरिक बिना वीजा या वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी भारत में रुके रहते हैं, तो स्वाभाविक रूप से उनकी मंशा पर सवाल उठने लगते हैं। यह न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बनता है, बल्कि सामाजिक समरसता और कानून-व्यवस्था के लिए भी चुनौती उत्पन्न करता है। समस्या की व्यापकता हर साल सैकड़ों पाकिस्तानी नागरिक विभिन्न कारणों से भारत आते हैं — पारिवारिक मुलाकातें, व्यापार, चिकित्सा उपचार, धार्मिक यात्राएँ आदि। इनमें से अधिकांश नियमानुसार निर्धारित समय में वापस लौट जाते हैं, लेकिन एक छोटा सा हिस्सा बिना अनुमति के भारत में रुक जाता है। गृह मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टों के अनुसार, समय-समय पर ऐसे व्यक्तियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इनमें से कुछ लोग जानबूझकर छिप जाते हैं और फर्जी दस्तावेज़ बनाकर भारतीय समाज में घुलने-मिलने की कोशिश करते हैं, जबकि कुछ वास्तविक कारणों से...

हाल ही की पोस्ट

खेल मंत्री ने किया 15वीं नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप का उद्घाटन

पीसीपीएनडीटी टीम का औचक निरीक्षण, नियम उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई

सुरक्षा से स्वच्छता तक, बद्रीनाथ धाम में तैयारियों का CS ने किया निरीक्षण

CS का केदारनाथ दौरा: आस्था पथ से लेकर पुनर्निर्माण कार्यों तक निरीक्षण

"जलते जंगल, बुझती सांसें: उत्तराखण्ड की वनाग्नि त्रासदी"

देहरादून में देर रात चला बुलडोजर, दून अस्पताल परिसर से हटा धार्मिक ढांचा

आतंकियों की कायरता: पहचान पत्र, कलमा और खतना से तय की गई मौत

"सिंधु पर सर्जिकल स्ट्राइक: भारत की नई रणनीति से पाकिस्तान में हड़कंप"

"नदियों से ऊर्जा, उत्तराखंड को अधिकार: डा. बंसल की केंद्र से बड़ी पहल"

विद्यालयों के कोटिकरण की विसंगतियां होंगी दूरः डॉ0 धन सिंह रावत