हेलीकॉप्टर हादसा : शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को अंतिम विदाई, शिवराज सिंह चौहान ने दी श्रद्धांजलि

 

 


भोपाल के बैरागढ़ श्मशान घाट में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि दी। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को वायुसेना के एक विमान से बेंगलुरू से भोपाल पहुंचा। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे व्यक्ति का कर्नाटक के बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां 15 दिसंबर को उनका निधन हो गया।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उनके पार्थिव शरीर को स्टेट हैंगर भोपाल पहुँचने पर ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ (सलामी गारद) दिया गया। इसके बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग एवं भोपाल की हुजूर सीट के विधायक रामेश्वर शर्मा, कलेक्टर अविनाश लवानिया, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर इरशाद वली सहित सेना और अर्द्धसैनिक बलों के अधिकारियों ने स्टेट हैंगर पर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

 

चौहान दिवंगत सिंह के परिजन से भी मिले और उन्हें सांत्वना दी। इसके बाद फूलों से सुसज्जित सेना के वाहन में सिंह के पार्थिव शरीर को स्टेट हैंगर से हवाईअड्डे के पास स्थित उनके निवास इनर कोर्ट, सन सिटी में ले जाया गया, जहां पर उनके परिवार के सदस्यों ने विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए। इस दौरान पूरे रास्ते लोग तिरंगा लिए हुए और ‘वंदे मातरम’ एवं ’भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान भी इस यात्रा में सम्मिलित हुए। चौहान ने कहा, ‘‘ग्रुप कैप्टन शौर्य देश कभी भुला नहीं सकता। वह प्रदेश और देशवासियों की स्मृति में सदैव जीवित रहेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वरूण सिंह भारत माता के सच्चे सपूत थे। देश-प्रदेश और भोपाल को उन पर गर्व है। उन्होंने मौत को कई बार मात दी। वे देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए शौर्य की नई गाथाएँ गढ़ गए। वे आज हमारे बीच नहीं हैं। मैं प्रदेशवासियों की ओर से शहीद ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूँ।’’चौहान ने कहा कि उनकी स्मृतियों को अक्षुण रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा सिंह के परिवार से विचार-विमर्श कर इस प्रकार की गतिविधियां संचालित की जाएगी जो आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति की प्रेरणा देती रहे। उन्होंने कहा, ‘‘उनके परिवार को एक करोड़ रूपए की सम्मान निधि दी जाएगी। साथ ही परिवार के सदस्य को शासकीय सेवा में स्थान देने का प्रस्ताव भी है।’’ इसके कुछ ही घंटे पहले चौहान ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैनिक सम्मान के साथ भोपाल में किया जायेगा।’’ उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में कुन्नूर के पास आठ दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की मौत हो गई थी। इस हादसे में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का बेंगलुरू के सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां बुधवार सुबह उनका निधन हो गया था।सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दोपहर 11 बजे सैनिक सम्मान के साथ यहां बैरागढ़ स्थित विश्राम घाट पर किया जाएगा। ग्रुप कैप्टन दिवंगत वरूण सिंह तमिलनाडु के वेलिंगटन में सेवारत थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चों के अलावा माता-पिता भी हैं। उनके पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) के.पी. सिंह और माँ उमा सिंह भोपाल में एयरपोर्ट रोड, सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं। सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के निवासी थे। करीब 20 साल पहले उनके पिता ने भोपाल में अपना निवास बनाया। ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के छोटे भाई तनुज भी नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं।

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