किसान आंदोलन को मिल रहे विदेशी समर्थन पर MEA सख्त, कहा- संसद ने पूर्ण चर्चा के बाद पारित किया कानून

नयी दिल्ली / केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसान संगठनों का करीब ढाई महीने से प्रदर्शन जारी है। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लें और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कानून बनाएं। हालांकि, किसानों के आंदोलन को अब विदेशी शख्सियतों का भी समर्थन मिल रहा है। बीते दिनों पॉप सिंगर रेहाना ने भी किसानों आंदोलन के समर्थन में एक खबर को साझा करते हुए ट्वीट किया था। अब इस मामले में विदेश मंत्रालय का भी बयान सामने आ गया है। विदेश मंत्रालय ने विदेशी टिप्पणियों पर साफ किया है कि भारतीय संसद ने पूर्ण चर्चा एवं बहस के बाद सुधारवादी कृषि कानून पारित किया है। मंत्रालय ने कहा कि इन प्रदर्शनों को भारत की लोकतांत्रिक प्रकृति एवं लोकतांत्रिक राजतंत्र के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।मंत्रालय ने अपील करते हुआ कहा कि जल्दबाजी में कोई भी टिप्पणी करने से पहले तथ्यों का पता लगा लिया जाए। उन्होंने कहा कि खासकर मशहूर हस्तियों के बीच सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग, टिप्पणियों का लोभ न तो उचित है और न ही यह जिम्मेदाराना रवैया है।

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