विकास दुबे संग मुठभेड़ में शहीद हुए कॉन्स्टेबल की अस्थियां आज गंगा में विसर्जित। परिजन एनकाउंटर से असंतुष्ट


रिपोर्ट- वंदना गुप्ता


हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुख्यात बदमाश विकास दुबे के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए यूपी पुलिस के 8 जवानों में से एक जवान राहुल की अस्थियां आज हरिद्वार पहुंची। शहीद कॉन्स्टेबल की अस्थियां उनके परिजन लेकर आज हरिद्वार के कनखल स्थित सती घाट पहुंचे। जहां तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में पूरे विधि विधान के साथ शहीद पुलिस के जवान की अस्थियों को मां गंगा में विसर्जित किया गया। वहीं इस दौरान शहीद कॉन्स्टेबल राहुल के परिजन हाल ही में हुए विकास दुबे के एनकाउंटर से असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने इस घटना में संलिप्त अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की।


शहीद कॉन्स्टेबल राहुल की अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे उनके पिता ओम कुमार विकास दुबे के एनकाउंटर से असंतुष्ट नजर आए। शहीद जवान के पिता का कहना है कि, उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व महसूस हो रहा है। आज हरिद्वार में शहीद राहुल की अस्थियां विसर्जित करने आए हैं। इनका कहना है कि, हम विकास दुबे के एनकाउंटर से संतुष्ट नहीं है और संबंधित थाने के इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मी जिनकी इसमे गलती है। उन पर कार्रवाई करनी चाहिए। इन लोगो ने 8 परिवारों को बर्बाद कर दिया। शहीद राहुल अपने पीछे 3 महीने की बच्ची को छोड़ गए है। वहीं सरकार ने शहीदों के परिजनों को आर्थिक सहायता सही तरीके से नहीं दी है और यह सहायता बिना किसी जांच के ही कर दी गई है।


शहीद कॉन्स्टेबल राहुल के चाचा लालाराम दिवाकर का कहना है कि, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जिस तरह से विकास दुबे का एनकाउंटर किया और उसके साथियों को भी मार गिराया। यह अच्छी बात है। मगर जो पुलिस विभाग में रहकर गद्दारी करते हैं उन पर भी अगर सरकार सख्त कार्रवाई करेगी तो बहुत ही बढ़िया रहेगा। क्योंकि इस घटना की वजह से 8 परिवार बिल्कुल ही खत्म हो गए। जो भी इस तरह की घटना को अंजाम दे। उसको ऐसे ही मार गिराना चाहिए। जब अपराधियों को सजा मौत की मिलनी शुरू हो जाएगी तो अपराधी अपराध करने से पहले सोचेंगे। ऐसी आगे और घटना ना हो इसके लिए सरकार को अपना खुफिया तंत्र मजबूत करना चाहिए।


विकास दुबे के साथ पुलिस टीम के एनकाउंटर में शहीद हुए राहुल की अस्थियां आज हरिद्वार के कनखल स्थित सती घाट पर मां गंगा में विसर्जित हो गई। वही शहीद राहुल के पिता विकास दुबे के एनकाउंटर से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं और इनकी मांग है कि, जो लोग विभाग में रहकर बदमाशों की मदद करते हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। जिससे इस तरह की घटना को अपराधी अंजाम ना दे सके।


Source :Bright post news 


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