दिवंगत पत्रकार के परिवार को आर्थिक सहयोग व उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग को लेकर मीडियाकर्मियों का श्रम मंत्रालय पर प्रदर्शन


नई दिल्ली / वर्किंग जर्नलिस्ट्स एक्ट में संशोधन करके उसमें वेब मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को शामिल करने, पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने व दिवंगत पत्रकार तरुण सिसोदिया के परिवार को एक करोड़ रुपये का आर्थिक सहयोग करने व इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग को लेकर , देश के पत्रकारो के शीर्ष संगठन, वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया संबंध भारतीय मजदूर संघ की तरफ़ से आज नई दिल्ली स्तिथ श्रम मंत्रालय पर मीडियाकर्मियों ने प्रदर्शन किया और फिर ज्ञापन की कॉपी केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार को सौंपी ।


यूनियन की तरफ से बाद में इस ज्ञापन की प्रति माननीय प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी ईमेल के जरिये भेजी गई। ज्ञापन में मुख्य


  मांगें निम्नलिखित थीं--


1) पत्रकारों को रोजगार से निकालने वाली संस्थाओं पर कड़ा कदम उठाया जाए।


2) पत्रकारों को कोरोना वारियर मानते हुए उनके कोरोना से मृत्यु की स्थिति में 1 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराया जाए।


3)रोजगार बिहीन पत्रकार बंधुओं को तत्कालीन आर्थिक मदद करते हुए कम से कम रू 25000/ - प्रतिमाह सहायता राशि दी जाए।


4) देश मे पत्रकारो का नेशनल रजिस्टर बनाया जाए और देश मे तीसरे मीडिया आयोग की स्थापना की जाए।


5) देश मे प्रेस काउंसिल के स्थान पर मीडिया कॉउंसिल बनाया जाए । 


6) देश मे सभी पत्रकारो को निशुल्क सार्वजनिक परिवहन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। 


7) देश मे सभी पत्रकारो व उनके परिवार के सदस्यों को आयुष्मान भारत योजना व केंद्रीयकृत राशनिंग व्यस्था से जोड़ा जाए। 


8) देश मे मीडियाकर्मियों के लिये नया वेज बोर्ड बनाया जाए।


9) वर्किंग जर्नलिस्ट्स एक्ट 1955 में संशोधन करके इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व डिजिटल मीडिया को भी उसमे शामिल किया जाए।


10) दिल्ली के दिवंगत पत्रकार तरुण सिसोदिया को " कोरोना योद्धा " घोषित किया जाए और उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए।


 11) दिवंगत पत्रकार तरुण सिसौदिया और विक्रम जोशी के परिवार को एक करोड़ रुपये का आर्थिक सहयोग दिया जाए।


12) पत्रकारों की सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए सख्त कानून बनाना चाहिए। केंद्र सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून पारित करे ।  


13) देश के कई राज्यो में कई पत्रकारो के खिलाफ दर्ज किए जा रहे फर्जी मुकदमो पर रोक लगाई जाए


14) देश मे 58 वर्ष की आयु पार कर चुके पत्रकार, यदि किसी स्थायी नौकरी में नही है, तो उन्हें प्रत्येक माह 20 हज़ार रुपये की पेंशन निर्धारित की जाए। 


15) 58 वर्ष की आयु पार कर चुके पत्रकार, यदि पत्रकारिता नही भी कर रहा हो, तो भी उसे आजीवन , निशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए ।


 


इस सांकेतिक धरना प्रदर्शन में दिवंगत पत्रकार तरुण सिसोदिया और विक्रम जोशी को याद किया गया। भारतीय मजदूर संघ दिल्ली प्रदेश महामंत्री श्री अनीश मिश्रा, वर्किंग जॉर्नलिस्ट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनूप चौधरी, महासचिव नरेंद्र भंडारी,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय उपाध्याय, भूपेंद्र चौधरी, दिल्ली इकाई से देवेंद्र सिंह तोमर, अशोक धवन, प्रमोद गोस्वामी, स्वतंत्र सिंह भुल्लर, संजय वर्मा, रुद्राक्ष शर्मा, आदि अन्य कई पत्रकार सम्मलित हुए। पत्रकारों को संबोधित करते हुए अनीश मिश्र ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई। पत्रकारों पर हो रहे अत्याचारों को सहन कतई नही किया जा सकता। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय उपाध्याय ने दिल्ली इकाई के सभी सदस्यों को बोलने का आग्रह किया और सबों ने पत्रकारों की सुरक्षा, नौकरियों से निकलना, वेतन की समस्या आदि विषयों को उजागर किया।


Source :Agency news 


 


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