उत्तराखण्ड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ पर प्रदेशवासियों को शुभकामना एवम सन्देश दिया


देहरादून/ राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ओर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ देते हुए सन्देश जारी किया हैं।


अपने संदेश में राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि योग एक प्राचीन परंपरा और आध्यात्मिक अनुशासन है, जिसमें तन, मन और प्रकृति के बीच एकात्म भाव स्थापित किया जाता है।


राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष सामूहिक योगाभ्यास के कार्यक्रम नहीं हो पा रहे हैं लेकिन सभी लोग अपने-अपने घरों में योगाभ्यास करें।ब


राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड योगभूमि भी है। विश्व के कई देशों से लोग हमारे राज्य में योग का प्रशिक्षण लेने आते हैं। कोविड-19 महामारी के दौर में योग, प्राणायाम एवं आयुर्वेद का महत्व बढ़ गया है। योग, प्राणायाम व आयुष मानव की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है। योग हमें शारीरिक एवं मानसिक दोनो ही प्रकार से शक्ति प्रदान करता है। हमें आज फिर से योग को अपनाना तथा प्रोत्साहित करना होगा।


वही दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सफल प्रयासों से सारा विश्व 21 जून को योग दिवस के रूप में मना रहा। इस बारज योग दिवस का आयोजन विशेष परिस्थिति में कर रहे हैं। विगत वर्षों में जहां हम सार्वजनिक रूप से और लाखों की संख्या में लोग एकत्रित होकर एक साथ योगाभ्यास करते थे, इस वर्ष कोविड-19 के वजह से माननीय प्रधानमंत्री जी ने सभी देशवासियों से अनुरोध किया है कि हम सब लोग अपने घरों में योग करें । कोविड-19 महामारी से बचने के लिए हमारी इम्यूनिटी मजबूत होना बहुत जरूरी है और योग के द्वारा हम अपनी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। आज इस अवसर पर मैं आप सब प्रदेश वासियों से अनुरोध करता हूं हम सभी विश्व योग दिवस के अवसर एक घंटा अवश्य योगाभ्यास करें ।


 


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