कोटद्वार-हाईवे पर बने मंदिर को प्रशासन ने जेसीबी से ढहाया, हिंदू संगठनों ने जताया विरोध


बैजरो(कोटद्वार)/उत्तराखंड के कोटद्वार में एसडीएम थलीसैंण की अगुवाई में प्रशासन की टीम ने शुक्रवार को बुआखाल-काशीपुर हाईवे पर जिवई में स्थित राम मंदिर को जेसीबी से ढहा दिया। मंदिर तोड़ने की कार्रवाई पर हिंदूवादी संगठनों और स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है। सुकई में ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद मंदिर तोड़ने के लिए पहुंची प्रशासन की टीम को बैरंग लौटना पड़ा।  शुक्रवार को उपजिलाधिकारी थलीसैण अरविंद बिष्ट पुलिस फोर्स के साथ बुआखाल-काशीपुर एनएच-309 पर जिवई स्थित राम मंदिर पहुंचे। टीम ने जेसीबी की मदद से राम मंदिर को ध्वस्त कर दिया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2009 में सार्वजनिक स्थानों पर बने धार्मिक ढांचों को हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन, 11 साल बाद भी कार्रवाई लटकी रही। सुप्रीम कोर्ट ने पुनः मामले का संज्ञान लेते हुए सरकार से इस आदेश पर हुई कार्रवाई के संबंध में पूछा था। मामले में प्रदेश सरकार ने धार्मिक ढांचों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से एक साल का समय देने की अपील की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में प्रदेश सरकार को 20 मार्च तक सार्वजनिक स्थानों पर बने ढांचों को हर हाल में हटाने के आदेश दिए हैं।


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