दून का ऐतिहासिक झंडा मेला-दरबार साहिब में मत्था टेकेगी संगत, नगर परिक्रमा कल

 





देहरादून/झंडे जी के आरोहण के साथ ही दून में ऐतिहासिक झंडे का मेला शुरू हो गया। अब दिन भर दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज सेवकों को आशीर्वाद देंगे। पूरे दिन दरबार साहिब में संगतों का मत्था टेकने का कार्यक्रम चलेगा। वहीं, सप्तमी के दिन यानी रविवार को नगर परिक्रमा होगी। श्रीमहंत देवेंद्र दास की अगुवाई में दरबार साहिब से नगर परिक्रमा आरंभ होगी। जो तिलक रोड, घंटाघर, गांधी रोड, रीठा मंडी, भंडारी बाग होते हुए लक्खीबाग स्थित महंत साहिबान की समाधि स्थल पर पहुंचेंगी। यहां मत्था टेकने के बाद संगत दरबार साहिब पहुंचेगी और झंडा साहिब की परिक्रमा कर नगर परिक्रमा संपन्न होगी। इसी दिन पैदल संगत, पंजाब के श्री महंतों व मसंदो को पगड़ी व प्रसाद वितरित कर विदाई दी जाएगी।इससे पहले शुक्रवार को झंडेजी के आरोहण के बाद दरबार साहिब के श्रीमहंत देवेंद्र दास ने सभी को झंडा मेला की शुभाकामनाएं दी। कहा कि मेले में शामिल होने आई संगतों पर गुरु महाराज की कृपा बनी रहे। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते हर किसी के लिए झंडेजी का आरोहण साक्षात देख पाना संभव नहीं हो पाता। ऐसे में इस बार श्री दरबार मेला समिति ने दर्शनी गेट, भंडारी चैक, सहारनपुर चैक, दरबार साहिब में एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। हालांकि, सुबह से बारिश के कारण इन पर लाइव प्रसारण नहीं किया जा सका। झंडाजी के आरोहण के बाद मत्था टेकने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। लोगों ने झंडा साहिब पर चुनरी बांध कर मन्नत मांगी। देर रात तक श्रद्धालुओं के आने-जाने का सिलसिला चलता रहा। अपने स्वजनों के साथ आए लोगो ने झंडेजी के साथ ही दरबार साहिब की परिक्रमा भी की। वहीं, परिसर में कई श्रद्धालुओं ने घी के दिये जलाए और पवित्र धागा बांधा। गुरु के दरबार से कोई भूखा न जाए, इसलिए श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह छोटे बड़े लंगर लगाए गए। सहारनपुर चैक, जैन धर्मशाला, तिलक रोड, दरबार साहिब परिसर, हनुमान चैक आदि जगहों पर भंडारे और लंगर की व्यवस्था की गई। यहां दिनभर संगतों की भीड़ नजर आई। गुरुवार देर रात दरबार साहिब में झंडेजी के आरोहण को लेकर ड्रोन उड़ाने के आदेश मिलने के बाद शुक्रवार दोपहर से लेकर शाम तक ड्रोन के जरिये चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई। इसके साथ ही पुलिस और दरबार साहिब के सुरक्षा कर्मी भी तैनात रहे। कोरोना को लेकर दरबार साहिब प्रबंधन भी सतर्क रहा। दरबार साहिब के अंदर प्रवेश करने के दौरान सभी श्रद्धालुओं की स्कैनर के जरिये जांच की गई। साथ ही श्री महंत इंद्रेश अस्पताल की टीम ने श्रद्धालुओं को हैंडवॉश करने के प्रति भी जागरूक किया। ज्यादातर लोग व सुरक्षाकर्मी मास्क लगाए नजर आए। अस्पताल की 12 सदस्यीय मेडिकल टीम 15 मार्च तक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी।शुक्रवार को झंडा आरोहण के बाद से दरबार साहिब परिसर के आसपास मेला शुरू हो गया है। जो तकरीबन एक माह तक चलेगा। इसके लिए तरह-तरह के साज-सामान की दुकानें सज चुकी हैं साथ ही बच्चों के लिए झूले आदि लगाए गए हैं।दरबार साहिब स्थित झंडा तालाब में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। सुबह से स्नान के लिए यहां बड़ी संख्या में भीड़ रही। बच्चों ने भी तालाब में स्नान का आनंद लिया।श्री गुरु राम राय साहिब के जन्मदिन पर हर साल देहरादून के दरबार साहिब में झंडा मेला लगता है। दरबार साहिब प्रबंधक के अनुसार श्री गुरु राम राय ने वर्ष 1676 में दून में डेरा डाला था। उनका जन्म 1646 में पंजाब के होशियारपुर के कीरतुपर में होली के पांचवें दिन हुआ था। इसलिए दरबार साहिब में हर साल होली के पांचवें दिन उनके जन्मदिवस पर झंडा मेला लगता है। इस बार उनका 373वां जन्मदिवस मनाया जा रहा है।इस बार झंडेजी मेला में दर्शनी गिलाफ चढ़ाने वाले लकड़ी कारोबारी आढ़त बाजार निवासी परमजीत सिंह ने बताया कि वे दर्शनी गिलाफ चढ़ाने की सूचना मिलने के बाद से काफी उत्साहित थे। 1991 में उनके पिता निरंजन सिंह ने झंडा साहिब के आरोहण के दौरान दर्शनी गिलाफ चढ़ाने की बुकिंग कराई थी। कहा कि आज इतने वर्षों बाद उन्हें मौका मिला। झंडेजी पर गिलाफ चढ़ाना हर किसी के लिए सौभाग्य की बात होती है। 15 मार्च को झंडाजी की नगर परिक्रमा निकलेगी। परिक्रमा सुबह करीब साढ़े आठ बजे शुरू होगी। इसके साथ ही रूट डायवर्जन शुरू हो जाएगा, जो दोपहर एक बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके साथ ही पुलिस ने निर्देश जारी किया है कि मेले में लगे स्टॉल किसी भी दशा में सड़क पर नही लगाए जाएंगे। 


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