उत्तर प्रदेश में पोस्टर - कांग्रेस कैसे रहती पीछे, लखनऊ में लगाए योगी और केशव के पोस्टस


लखनऊ/नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुई हिंसा के आरोपियों से वसूली को  लेकर पोस्टर वार की राजनीति में समाजवादी पार्टी के बाद अब कांग्रेस भी कूद गई है। पोस्टर वार में यूपी सीएम योगी को अब उनके घर में ही घुसकर चुनौती मिली है।भाजपा दफ्तर सहित हजरतगंज के सबसे वीआईपी इलाके में जगह-जगह भाजपाई दंगाइयों से भी वसूली के पोस्टर्स लगे हैं। शहर में यह पोस्टर कांग्रेस युवा नेता सुधांशु वाजपेयी की तरफ से लगाए गए हैं। जिनमें यह पूछा गया  है कि जनता जवाब चाहती है कि इन दंगाइयों से वसूली कब तक होगी।उनका कहना है यदि बिना कोर्ट की प्रक्रिया पूरी हुए ही कोई दंगाई है तो सबसे पहले मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री स्वयं दंगाई हैं।  मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री खुद अपने चुनावी हलफनामे के आधार पर दंगों के आरोपी हैं, यही नहीं उप्र भाजपा के भी कई नेता गोरखपुर और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर और मऊ दंगों में आरोपी हैं।


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