खैबर पख्तूनख्वा में हवाई हमलों से महिलाओं और बच्चों समेत कई हताहत

 


खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हवाई हमलों ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। सेना का दावा है कि उसने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन स्थानीय मीडिया और चश्मदीदों के अनुसार हमले में मारे गए 30 से अधिक लोगों में ज्यादातर आम नागरिक थे। रिपोर्टों में कहा गया है कि हताहतों में महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में घायल बच्चों को अस्थायी बिस्तरों पर पड़े हुए दिखाया गया है, जबकि स्थानीय लोग चारों ओर फैली तबाही का जायजा लेते दिखाई दे रहे हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

यह इलाका पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान की सीमा पर स्थित रणनीतिक दृष्टि से अहम तिराह घाटी है। पाकिस्तानी वायु सेना ने यहाँ आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाने की पुष्टि की है। दूसरी ओर, सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर ने बयान जारी कर कहा कि डेरा इस्माइल खान जिले में खुफिया जानकारी के आधार पर चलाए गए अभियान में सात टीटीपी आतंकवादी मारे गए, जिनमें तीन अफगान नागरिक और दो आत्मघाती हमलावर शामिल थे।

हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा और अफगान सीमा से लगे अन्य प्रांतों में आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य अभियानों में तेजी आई है। 13-14 सितंबर को दो अलग-अलग मुठभेड़ों में कम से कम 31 टीटीपी आतंकियों को मार गिराने का दावा भी किया गया था।

पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं की बढ़ती श्रृंखला ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले सप्ताह चेतावनी देते हुए कहा था कि अफगानिस्तान को अब यह चुनना होगा कि वह आतंकवादियों का साथ देगा या पाकिस्तान के साथ खड़ा होगा। लेकिन तिराह घाटी में आम नागरिकों की मौत ने पाकिस्तानी सेना की रणनीति और उसकी जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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