लाखों दीयों से जगमग होगी रामनगरी,निकली दीप उत्सव शोभा यात्रा

 


 लखनऊ /  भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में पांचवें दीपोत्सव 2021 को पहले से अधिक भव्य और अविस्मरणीय बनाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार दीपोत्सव पर अयोध्या नगरी में 12 लाख दीये जलाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी इस भव्य आयोजन के साक्षी बनेंगे। सभी रामकथा पार्क में भगवान राम, माता जानकी और लक्ष्मण जी के स्वरूपों का स्वागत करेंगे और शाम को राम की पैड़ी पर आयोजित दीपोत्सव में शामिल होंगे इस आयोजन को देखने के लिए 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' की एक टीम अयोध्या में है। विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए मिट्टी के एक दीए को कम से कम पांच मिनट तक जलाना होगा।


 रामकी पैड़ी के 32 घाटों पर दीपों को प्रज्जवलित करने के काम में 12 हजार स्वयंसेवी करेंगे। रामनगरी के अन्य पौराणिक स्थलों एवं मंदिरों पर तीन लाख दीप जलाए जाएंगे।दीपोत्सव के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ रामनगरी अयोध्या पहुंच गए हैं। दीपोत्सव लंका विजय के बाद श्रीराम के अयोध्या लौटने की स्मृति का महोल्लास है। यह उल्लास दीपावली के रूप में युगों से प्रवाहमान रहा है और 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे मेगा इवेंट के रूप में नया तेवर-कलेवर प्रदान किया।दीपोत्सव के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या में 57 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। ये विकास परियोजनाएं लगभग 678.65 करोड़ की हैं। इसमें मार्ग, सीवर के साथ ही पेयजल पाइप लाइन व अन्य योजनाएं भी शामिल हैं।दीपोत्सव में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, झारखंड, नोएडा, झांसी, नागपुर, पंजाब आदि राज्यों के करीब 1200 कलाकार लोक संस्कृति का प्रदर्शन कर रहे हैं। लखनऊ के करीब एक दर्जन कलाकार अवधी लोकनृत्य की प्रस्तुति दे रहे हैं। जयपुर का कालबेलिया नृत्य, पंजाब का भांगड़ा, बांदा का पाई डंडा, मथुरा का बम रसिया, झांसी का राई, सोनभद्र के मादल वादन के जरिये लोक संस्कृति की समृद्धि की झलक दिख रही है। हरियाणवी नृत्य, झारखंड का छाऊ नृत्य झांकियों को भव्यता दे रहा है।त्रेतायुगीन प्रसंगों को जीवंत करने वाली झांकियां : उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और प्रभारी मंत्री नीलकंठ तिवारी ने साकेत महाविद्यालय से दीप उत्सव शोभा यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। इसी के साथ अयोध्या में दीपोत्सव की धूम शुरू हो गई। साकेत महाविद्यालय से त्रेतायुगीन प्रसंगों को जीवंत करने वाली झांकियां निकलीं।दीपोत्सव पर रामलला हरे रंग की रेशमी पोशाक में होंगे।


 रामादल अध्यक्ष पं. कल्किराम ने रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास को रामलला की पोशाक प्रदान की। वाराणसी के रूपेश सिंह ने दिग्गज कलाकार सुदर्शन पटनायक की परंपरा आगे बढ़ाते हुए दीपोत्सव की पूर्व संध्या को अविस्मरणीय बनाया। उन्होंने पुण्य सलिला सरयू की रेत से श्रीराम और भरत के मिलन का मनोहारी अंकन किया।इस बार के दीपोत्सव में राम की पैड़ी पर दस लाख दो हजार दीप जलाए जाएंगे। राम की पैड़ी के अलावा राम मंदिर परिसर में भी ऐतिहासिक दीपोत्सव मनाने की तैयारी चल रही है। रामलला के वैकल्पिक गर्भगृह के अलावा निर्माणाधीन राम मंदिर परिसर का कोना-कोना दीपों के प्रकाश से आलोकित किया जाएगा। निर्माणाधीन राम मंदिर की नींव पर कतारबद्ध दीप सजाए जा रहे हैं। कुल एक लाख 22 हजार वर्ग फीट क्षेत्रफल में पंक्तिबद्ध दीप रखे गए हैं। राम मंदिर में अब तक 30 हजार दीपों को जलाने का लक्ष्य था, लेकिन योगी आदित्यनाथ के सुझाव पर इनकी संख्या 51 हजार कर दी गई है।

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