कंगना के बयान पर भड़के सेनानी आश्रित परिवार,पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मांग

 


 फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत के विवादित बयान पर अब स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति भी खुलकर सामने आ गई है। समिति ने अपर जिलाधिकारी पीएल शाह के माध्यम से राष्ट्रपति को को ज्ञापन भेजकर कंगना रणौत के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। समिति पदाधिकारियों ने कहा कि कंगना ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर पद्मश्री पुरस्कार वापस लेना चाहिए।

स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के महासचिव जितेंद्र रघुवंशी ने कहा कि अभिनेत्री कंगना रणौत का बयान देश को वास्तविक आजादी 2014 के बाद मिली और 1947 की आजादी अंग्रेजों द्वारा भीख में दी गई, बेहद शर्मनाक है। स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है। उन्होंने कहा कि बयान उस समय दिया है जब देश भारत की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है।समिति पदाधिकारियों ने कहा कि कंगना के बयान से स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों में आक्रोश है। 

उत्तराधिकारी किसी भी कीमत पर सेनानियों का अपमान नहीं बर्दाश्त करेंगे।समिति उपाध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि कंगना रणौत को दिया पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाए। उनके विरुद्ध देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने के बाद सेनानी परिवारों नगर आयुक्त कार्यालय पहुंचे।नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती को ज्ञापन सौंपा। कहा कि शहीद जगदीश वत्स स्वतंत्रता सेनानी सेवा सदन का प्रस्ताव बोर्ड में पास कराया जाए। 

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम जो सड़कों के नामकरण के प्रस्ताव नगर निगम में प्रस्तावित हैं, यथाशीघ्र कराया जाए।इस दौरान समिति संरक्षक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार, सदस्य सुभाष घई, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी, उपाध्यक्ष मुरली मनोहर, महासचिव जितेंद्र रघुवंशी, धर्मवीर धींगरा, नवीन शरण निश्चल, गोपाल नारसन, नरेश कुमार वर्मा, अशोक टंडन, यशपाल सिंह, अशोक कुमार चौहान, सुभाष चौहान और राकेश कुमार चौहान मौजूद रहे।



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