शिक्षित और फ्लो के साथ अंग्रेजी बोलते हैं निरंजनी अखाड़े के सन्यासी

  

  उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री, तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को एक बैठक की अध्यक्षता की और कुंभ मेला 2021 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि श्रद्धालु अधिक से अधिक संख्या में मेला कोविड प्रोटोकॉल में शामिल हो सकें। 12 साल में एक बार मनाया जाने वाला कुंभ मेला इस साल 1 से 30 अप्रैल के बीच हरिद्वार में आयोजित किया जाएगा। आपको बता दें कि पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी अखाड़े में 100 महामंडलेश्वर और 1100 संन्यासी शामिल होंगे और यह सभी काफी उच्च शिक्षित हैं। कोई इनमें से डॉक्टर है तो कोई इंजिनियर। वकील, प्रॉफेसल समेत संस्कृत के विद्धान आचार्य भी इस मेले में शामिल होते है। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में शामिल होने वाले ज्यादातर साधु फर्राटेदार इंग्लिश भी बोलते है, इनमें से 70 फीसदी संन्यासी ने उच्च शिक्षा तक ग्रहण की हुई है। जानकारी के मुताबिक यह अखाड़ा हरिद्वार और प्रयागराज में 5 स्कूल और कॉलेज भी बना रहा है। कुंभ के लिए भक्तों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन करना होगा। एसओपी के अनुसार, भक्तों को कुंभ में केवल उपस्थिति तभी मिलेगीजब वह पोर्टल पर पूर्व पंजीकरण के साथ आने से 72 घंटे पहले जारी किए गए नेगेटिव कोरोना वायरस रिपोर्ट दिखा सकते हैं। गुरुवार को महाशिवरात्रि के शुभ पर्व पर पहला शाही स्नान हरिद्वार में मनाया गया। इस अवसर को और भी खास बनाने के लिए, उत्तराखंड प्रशासन ने साधुओं पर एक हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा भी की।


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