संदिग्ध रोहिंग्या मुसलमानों की तलाश में UP ATS की बड़ी कार्रवाई, खंगाला जा रहा टेरर फंडिंग का लिंक
लखनऊ / उत्तर प्रदेश में बुधवार को आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) ने रोहिंग्या मुसलमानों की तलाश में बड़ी कार्रवाई की है। सुबह से संतकबीरनगर स्थित खलीलाबाद, बस्ती और अलीगढ़ समेत कई जिलों में संदिग्धों की तलाश में कार्रवाई चल रही है। आधा दर्जन संदिग्धों को पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई में एटीएस यूपी में टेरर फंडिंग के नेटवर्क की भी तलाश कर रही है। यूपी एटीएस इस मामले में शाम तक बड़ा राजफाश कर सकती है। यूपी एटीएस संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात जेई अब्दुल मन्नान को हिरासत में लिया है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्ध लोगों को एटीएस की टीम ने हिरासत में लिया है। खुफिया एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सब के पास फर्जी दस्तावेज और टेरर फंडिंग करने का आरोप पाया गया है। फिलहाल यूपी एटीएस ने भी पूरे मामले की जांच करने की बात कही जा रही है।
Uttar Pradesh Anti-Terrorism Squad conducts raids at several locations in the state including Khalilabad and Aligarh. The raids are being carried out in connection with Rohingyas and terror funding.
— ANI UP (@ANINewsUP) January 6, 2021
डेढ़ करोड़ रुपये के लेनदेन की बात आई सामने : एटीएस की टीम ने खलीलाबाद कोतवाली के मोहद्दीनपुर गांव से खलीलाबाद ब्लाक में तैनात तकनीकी सहायक अब्दुल मन्नान और मोतीनगर मोहल्ले से उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। मन्नान पर आरोप है कि वह फर्जी पासपोर्ट बनवाता था। तीन अन्य के बारे में बताया जा रहा है कि वे रोहिंग्या मुसलमान हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि फर्जी पासपोर्ट के मामले में लखनऊ में मुकदमा दर्ज हुआ है। इसकी जांच एटीएस कर रही है। जांच में तकनीकी सहायक के बैंक खाते से करीब डेढ़ करोड़ रुपये के लेनदेन की बात सामने आई है।
गोरखपुर में मोबाइल शाप पर मारा था एटीएस ने छापा : बता दें कि 29 दिसंबर को टेरर फंडिंग, हवाला और देश विरोधी तत्वों के संपर्क में होने की जांच कर रही एटीएस ने गोरखपुर में गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल शाप समेत फर्म की दो दुकानों पर छापा मारा था। आठ घंटे से अधिक समय तक चली छानबीन व पूछताछ के बाद टीम दुकान में लगे कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिए थे। 2018 में भी यहां एटीएस की टीम ने छापा मारा था।
24 मार्च 2018 में सील की थी तीनों दुकानें : एटीएस ने 24 मार्च 2018 को टेरर फंडिंग, हवाला कारोबार और देश विरोधी तत्वों के संपर्क में होने के संदेह में मोबाइल फोन के थोक कारोबारी नईम एंड संस के मालिक नईम के बेटों नसीम अहमद तथा अरशद को हिरासत में लिया था। फर्म के तीन प्रतिष्ठानों से 50 लाख रुपये से अधिक नकदी बरामद कर तीनों प्रतिष्ठानों से कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिया था। इसके अलावा खोराबार और शाहपुर क्षेत्र से तीन अन्य लोग हिरासत में लिए गए थे।
SOURCES:Agency News
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