अनलॉक होते ही बढ़ गया अपराध


अम्बेडकर नगर /  लॉकडाउन के दौरान खामोश शहर अनलॉक होने के बाद अशांत हो गया है। शहर की सड़कों पर वाहनों का शोर और लोगों की भीड़ पहले की तरह हो गई है तो अपराध का ग्राफ तीन गुना तक बढ़ गया है। धरना-प्रदर्शन होने से कानून व्यवस्था भी बेपटरी हो गई है। लॉकडाउन में बेहतरीन काम करके आम जनता में छवि बनाने वाली पुलिस के सामने अब साख बचाने की चुनौती खड़ी हो गई है।


लॉकडाउन की शुरुआत 25 मार्च से हुई और चौथा चरण 31 मई को खत्म हुआ। इस दौरान राजधानी में अपराध लगभग खत्म हो गया। लूटपाट और चोरी की घटनाएं न के बराबर हुईं। हत्या और रेप की कुछ वारदात जरूर हुईं, जिनका खुलासा भी कर दिया गया। लॉकडाउन में धरना, विरोध-प्रदर्शन बंद थे।


 वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित थी, इसलिए कानून व्यवस्था और यातायात को लेकर कोई समस्या पेश नहीं आई। एक जुलाई से अनलॉक वन की शुरुआत की गई थी, जिसका चौथा चरण यानी अनलॉक फोर 30 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान बाजारों, प्रतिष्ठानों, कार्यालयों के खुलने से अपराध बढ़ने लगा। सड़क पर होने वाले लूट, छिनैती, चोरी और छेड़छाड़ जैसे अपराधों में लॉकडाउन के मुकाबले तीन गुना तक इजाफा हुआ।


Source :Agency news


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