उत्तराखण्ड के अफसरशाही व् मंत्रियो के बीच नाराजगी जगजाहिर


देहरादून -उत्तराखंड प्रदेश में मुख्य सचिव के बाद अब शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कतिपय अफसरों को लेकर उनकी यह नाराजगी ऐसे वक्त में सामने आई है, जब हाल ही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अफसरशाही को नसीहत दी थी। जिसके बाद मुख्य सचिव को आदेश निकालना पड़ा कि सांसदों और विधायकों के प्रति अफसरों को अदब से पेश आना चाहिए।


अफसरों से नाराज कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे से बातचीत में कहा कि बाजपुर में 20 गांव के हजारों ग्रामीणों को लगभग 1960 में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भूमिधरी की जमीन आवंटित की गई थी।


करीब 5000 एकड़ जमीन में हजारों किसान बसे हुए हैं। पूरा बाजपुर इस जमीन पर है। इसमें कई राइस मिले हैं, लेकिन कुछ दिशाहीन अधिकारियों ने लोगों की परेशानी को देखे बिना ऐसे आदेश कर दिए हैं, जिससे सरकार को बदनाम किया जा सके। उन्होंने कहा की इन अधिकारियों की और से जनहितों के मुद्दों को छोड़कर सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा


इसे पहले उत्तराखंड की राज्य मंत्री रेखा आर्य भी इस अफसरशाही पर नाराजगी जता चुकी है उनका कहना था की अधिकारियो की ओर से उनके निर्देशों का पुर्ण तरह से पालन नहीं किया गया अब ऐसे में उत्तराखण्ड के अफसरशाही व् मंत्रियो के बीच नाराजगी जगजाहिर हो चुकी है जिसका खामियाजा जनता को ही भुगतना पड रहा है


Source :Khabar India


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