कोरोना काल: यूपी के इस जिले में 84 डाक्टर खा गये 50 लाख का खाना


अलीगढ़  / कोरेंटिन सेंटर में 28 दिन में 84 डॉक्टरों ने खाया 50 लाख रुपए का खाना, कोरोना योद्धा डॉक्टरों के लिए शहर के 4 होटलों में बनाए गए थे क्वॉरेंटाइन सेंटर, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा डॉ रजनीश दुबे बिल को देख कर रह गए हैरान, शासन का हवाला देते हुए बिल भुगतान करने से किया इनकार, मार्च से नहीं हुआ होटल संचालकों का भुगतान, जल्द से जल्द भुगतान नहीं होता तो मुख्यमंत्री को लिखेंगे होटल संचालक पत्र।


कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते हर वर्ग का व्यक्ति परेशान नजर आ रहा है, वही देश में लंबे समय रहे लॉकडाउन के चलते होटल संचालक परेशानी से गुजर रहे हैं, होटल संचालकों ने बताया है कि बिजली का बिल से लेकर होटल स्टाफ को भी रेगुलर सैलरी बांट रहे हैं, अब जिला प्रशासन द्वारा शहर के चार होटल पाम ट्री विकास होटल खुलवाए गए थे, जिसमें कोरोना योद्धा कहे जाने वाले डॉक्टरों को कोरेंटिन किया गया था।


शहर के चारों होटलों में 28 दिन 84 डॉक्टरों को रोका गया था, मार्च से अभी तक किसी भी होटल संचालक का जिला प्रशासन ने बकाया नहीं दिया है, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मानव महाजन ने बताया है कि 5000000 रुपए का बकाया है और मार्च से अभी तक जिला प्रशासन नहीं दे रहा है।


उन्होंने बताया है कि बिजली का बिल भी जमा करना है और स्टाफ को भी सैलरी बांट नी है, अगर बकाया जल्द से जल्द नहीं मिला तो हम लोग मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखेंगे और जरूरत पड़ी तो मुलाकात भी करेंगे, वहीं जिला प्रशासन द्वारा अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे को जिला ।प्रशासन द्वारा बिल भेजना है।


सूत्रों की माने तो अपर मुख्य सचिव भी बिल को देखकर हैरान रह गए, उन्होंने शासन का हवाला देते हुए बिल का भुगतान करने से इंकार कर दिया है, भविष्य में वह ₹50 डाइट के हिसाब से ही बिल का भुगतान करेंगे, सवाल फिर बड़ा वही उठता है के 82 डॉक्टर 28 दिन में ₹5000000 का खाना खा गए, अब देखने वाली बात यह है कि शासन और प्रशासन की लड़ाई में होटल संचालकों का भुगतान कब तक हो पाएगा।


मामले पर अलीगढ़ के मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि 50 लाख रुपये तो नहीं है लेकिन जो भी अमाउंट है,कल ये मुद्दा प्रमुख सचिव की बैठक में भी आया था सामने,,तो उन्होंने ये कहा था कि पैसे की व्यवस्था आपको स्वयं करनी पड़ेगी शासन इसमें कुछ नहीं कर पाएगा,,,अब हम आगे कुछ करेंगे अभी हमें ये था कि शासन स्तर से कुछ मदद मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया अब हम अपने स्तर से इस मामले का निबटारा करेंगे।


Source :Agency news 


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