उत्‍तराखंड सरकार को नहीं अपनी गरिमा का ख्याल, पिता ने फिर मांगी इच्‍छा मृत्‍यु

 


 





अल्मोड़ा/ उत्तराखंड सरकार अपनी नेशनल एथलीट बेटी का उपचार कराने में भी असहाय हो गई है। कैंसर से जूझती पत्नी को खो चुके एथलीट के पिता का भी सरकार से भरोसा टूट रहा है। रीढ़ की हड्डी टूटने के बाद करीब डेढ़ साल से अस्पताल में भर्ती बेटी के इलाज के लिए अब पैतृक घर भी नीलाम होने की कगार पर है। अपनी खेल उपलब्धियों से प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रही बेटी गरिमा जोशी का आर्थिक तंगी के चलते उपचार कराने में खुद को लाचार महसूस कर रहे पिता ने दूसरी बार पत्र भेज कर राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है। अल्मोड़ा कलक्ट्रेट पहुंचे एथलीट गरिमा के पिता पूरन चंद्र जोशी ने बताया कि बेटी के इलाज के लिए उन्होंने बैंक से ऋण भी लिया। उसे न चुका पाने के कारण अब उनका पैतृक मकान नीलाम होने की स्थिति में है। इसके चलते उन्होंने आठ नवंबर को अपनी इच्छा मृत्यु की गुहार राष्ट्रपति से लगाई थी। एक माह बाद भी उनके प्रार्थना पत्र पर की गई कार्रवाई की जानकारी उन्हें नहीं दी गई है। अब दोबारा इच्छा मृत्यु की मांग वाला प्रार्थनापत्र भेजा है। गरिमा के पिता पूरन चंद्र जोशी ने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में राज्य सरकार पर वादा खिलाफी के गंभीर आरोप लगाए। जोशी ने लिखा कि घायल बेटी और पत्नी का उपचार कराते वह कर्ज में डूब चुके हैं। राज्य सरकार ने बेटी के इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया था। मगर 13.10 लाख रुपये की आर्थिक मदद के बाद सरकार ने भी उपचार के बिलों का भुगतान करने से मना कर दिया। गरिमा को फिलहाल अस्पताल से वह किराए के कमरे में ले आए हैं। वहीं कैंसर से जूझते हुए मार्च 2019 में पत्नी की भी मौत हो चुकी है।


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