जिला क्रियान्वयन एवं समन्वयन समिति की समीक्षा बैठक सम्पन्न 

 






अल्मोड़ा /  जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार में जिला क्रियान्वयन एवं समन्वयन समिति ;डी.आई.सी.सी की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें रेखीय विभागों के अधिकारियों तथा आजीविका समूहों से जुड़े पदाधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने आजीविका समूह से जुड़े पदाधिकारियों एवं रेखीय विभाग के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि एकीकृतआजीविका परियोजना द्वारा जनपद में अच्छा कार्य किया जा रहा है जिसके माध्यम से लोगों की आजीविका के संसाधन बडे है तथा लोगों की आर्थिकी भी मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा कि जनपद में परियोजना द्वारा अनेक उत्पादों को उत्पादित किया जा रहा है जिसके लिए उचित मार्केटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये।उन्होंने यह भी कहा कि आजीविका संस्थाओं द्वारा जो भी उत्पाद तैयार किये जा रहे है उसके विपणन के लिए उचित मार्केटिंग पर फोकस करने की जरूरत है ताकि संबंधित प्रोडेक्ट का अच्छा मूल्य प्राप्त हो सके।  जिलाधिकारी ने कहा कि आजीविका परियोजना के उत्पादों को वर्तमान में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भी सराहा गया है और उनके द्वारा लगभग 14 लाख रू0 के उत्पादों का क्रय किया गया है। इसे अलावा गेल इण्डिया ली0 द्वारा भी आजीविका परियोजना के उत्पादों के लिए आर्डर प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा कि जनपद में बेकरी, डेयरी, व पशुपालन के क्षेत्र में लोगों की आर्थिकी मजबूत हो रही है। जिलाधिकारी ने आजीविका परियोजना से जुड़े महिला समूह के सदस्यों से कहा कि उनके द्वारा कड़ी मेहनत की जा रही है जिसे निरन्तर जारी रखा जाय। प्रभागीय परियोजना प्रबन्धक आजीविका कैलाश भटट द्वारा स्लाइड शो के माध्यम से परियोजना की प्रगति आख्या प्रस्तुत की गयी। जिसमें उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लोगों द्वारा अपनी आजीविका के लिए किये जा रहे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने आजीविका के उद्देश्यों के बारे में कहा कि गरीब ग्रामीण परिवारों के खाद्य सुरक्षाए ग्रामीण परिवारों को आजीविका के लिए सक्षम बनाना, ग्रामीण परिवारों को व्यापक अर्थव्यवस्था के साथ एकीकरण करना, आजीविका का अवसर प्रदान कर ग्रामीण महिलाओं सशक्तीकरण करना, स्थाई आजीविका हेतु विभिन्न विकल्पों का मंच प्रदान करना, वर्तमान मूल्य श्रृंखला को बढ़ा कर हाइब्रिड ;संकर मूल्य श्रृंखला तक ले जाना मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने अगवत कराया कि एकीकृत आजीविका द्वारा एलडीपीई टैंक निर्माण, पॉली हाऊस, शैडनेट हाऊस, मधुमक्खी बॉक्स, डेयरी फ्रार्मिंग पोल्ट्री बैकयार्ड, सब्जी उत्पादन, मसाला उत्पादन, किचन गार्डन, फल उत्पादन, कम्पोस्ट पिट, ड्रिप सिंचाई आदि का कार्य किया जा रहा हैं।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि परियोजना द्वारा किये गये कार्यों को और अधिक गति देने के लिए गतिविधियों पर निरन्तर निगरानी रखी जा रही है और लोगो की आर्थिकी बढ़ाने हेतु नवीन तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। बैठक में आजीविका मिशन के क्रिस्पैनो लोबो, प्रबन्धक यूजीवीएस प्रदीप पाठक, आजीविका परियोजना के सहायक प्रबन्धक विक्रम तोमर, सहायक प्रबन्धक मार्केट राजेश मठपाल, सहायक प्रबन्धक कृषि,उद्यान प्रदीप सिंह के अलावा विभिन्न रेखीय विभागो जिनमें परियोजना निदेशक नरेश कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम के0एस0 रावत, मुख्य उद्यान अधिकारी टी0एन0 पाण्डे, मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 रविन्द्र चन्द्रा, महाप्रबन्धक उद्योग डा0 दीपक मुरारी के अलावा आजीविका समूहों के सदस्य व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


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