आत्मा हवाई, ठोस कमाई

 




आलोक पुराणिक



पब्लिक सस्ते प्याज की मांग कर रही है।
दिल्ली वालों को सस्ती शराब मिलना शुरू हो जायेगी सेल में। पूरे देश में जब भी अवैध शराब को पुलिस द्वारा पकड़ा जाता है, या तस्करी वाली शराब को जब्त किया जाता है तो उसे सरकार नष्ट कर देती है ताकि इसे फिर बाजार में बेचा ना जा सके। अब दिल्ली सरकार जब्त शराब को सेल लगाकर बेचेगी। सेल में जो शराब बेची जाएगी वो मार्किट रेट से 25 फीसदी कम होगी। अगर शराब हरियाणा की है और दिल्ली में पकड़ी गई है। हरियाणा में उसकी कीमत 300 रुपये है तो उसे दिल्ली में 225 रुपये पर बेचा जाएगा।
उधऱ दिल्ली के परम-व्यस्त चौराहों में से एक आईटीओ चौराहे पर एक इश्तिहार दिखाता रहता है-शराब आत्मा को नष्ट कर देती है। इश्तिहार दिल्ली सरकार की तरफ से होता है। दूसरी तरफ सरकार खुद ही सस्ती शराब का जुगाड़ करने में लगी है।
दृश्य कुछ-कुछ यूं हो गया है-जैसे एक साथ एक्सीलेटर और ब्रेक पर पैर रखा जा रहा हो।
शराब आत्मा को नष्ट कर देती है-यह बात दिल्ली सरकार का इश्तिहार बताता है। पर सरकार की आत्मा कहां होती है। आत्मा-ऊत्मा वाली बात तो बंदों-बंदियों पर लागू होती है। सरकार आत्मा नहीं, कमाई देखती है। आत्मा हवाई बात है, कमाई ठोस बात है। सरकार ठोस काम करती है, हवाई बातों पर ध्यान न देती।
दिल्ली सरकार बनाने वाले नेताओं के राजनीतिक गुरु अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र में अपने गांव को दारू-मुक्त कर दिया है, पर अब दिल्ली ही अन्ना-मुक्त हो चली है। सो अब अन्ना की चिंता की जरूरत नहीं है।
दारू के मसले पेचीदा मसले हैं। सरकारें दारू से कमाती हैं और बच्चों के स्कूलों में खर्च कर सकती हैं। कम उम्र से दारू पीने की लत लगे तो सरकारों की कमाई बढ़ सकती है, फिर स्कूलों की जरूरत भी कम हो सकती है।
दारू महंगे प्याज के गम को थोड़ी देर के लिए भुला देती है, ऐसा कतिपय पुराने दारूबाज कहते हैं। दारूबाज को बताओ कि भाई दारू का बजट प्याज में लगा दो तो महंगा प्याज भी घर आ जायेगा, पूरे घर-परिवार के सारे सदस्य प्याज को खा लेंगे, पर तुम ये जो अकेले दारू पीते हो, इससे तो सिर्फ तुम्हारा ही गम दूर होता है।
पर दारूबाज नहीं मानता, सरकारें भी नहीं मानतीं। शराब पीने से आत्मा नष्ट तो शराबी की होती है न। सरकार की आत्मा हो तब ही तो नष्ट होगी न। इंगलिश शराब का एक बड़ा ब्रांड है-टीचर। हालांकि, कई लोग शराब पीने के बाद बेतरह अंग्रेजी बोलते पाये जाते हैं, मतलब एक अर्थ में शराब को अंग्रेजी का या कहें कि अंड-बंड अंग्रेजी का खराब टीचर माना जा सकता है।
इंगलिश शराब का एक ब्रांड भी संत-समुदाय के साथ पूरा न्याय नहीं करता। एक इंगलिश शराब का ब्रांड है-ओल्ड मोंक, हिंदी में इसका अनुवाद कुछ यूं होगा-पुराना साधु। सस्ते प्याज का इंतजार लंबा हो सकता है, पर सस्ती शराब बस थोड़ा इंतजार कर लीजिये, आने वाली ही है।
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