सलीम रज़ा को पत्रकारिता में उत्कृष्ट योगदान के लिए किया गया सम्मानित

 


देहरादून: आईआरडीटी ऑडिटोरियम में ए टू जैड न्यूज चैनल के पंद्रह वर्षों के सफर का जश्न मनाने के लिए भव्य समारोह आयोजित किया गया। यह दिन केवल चैनल की उपलब्धियों का प्रतीक नहीं था, बल्कि देहरादून के लाल, शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट को समर्पित होने के कारण एक भावपूर्ण और गौरवपूर्ण अवसर भी बन गया। ऑडिटोरियम में कदम रखते ही माहौल में उत्साह और श्रद्धा का मिश्रण साफ महसूस हो रहा था। हर तरफ रंग-बिरंगे फूलों से सजावट, मंच पर रोशनी की चमक और उपस्थित लोगों की उत्सुकता ने कार्यक्रम को एक जीवंत उत्सव की तरह बना दिया।

इस अवसर पर समाज के उन व्यक्तियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दिया है। शिक्षक, छात्र-छात्राएं, डॉक्टर, समाजसेवी और पत्रकार इस सम्मान समारोह में शामिल हुए। हर पुरस्कार अपने आप में प्रेरणा का संदेश था, यह दिखाने के लिए कि समर्पण और मेहनत को कभी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मंच पर मेडल और ट्रॉफी प्राप्त करते समय उपस्थित लोगों की तालियों की गूँज में गर्व और उत्साह साफ झलक रहा था।

कार्यक्रम का सबसे खास पल था देहरादून और उत्तराखण्ड के वरिष्ठ पत्रकार सलीम रज़ा को सम्मानित करना। सलीम रज़ा, जो वर्तमान में फ्रंटलाइन न्यूज वेब पोर्टल के संपादक हैं, को पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए मेडल, ट्रॉफी और सम्मान पत्र से नवाज़ा गया। उनके चेहरे पर सम्मान पाकर गर्व और भावनाओं की झलक साफ दिखाई दे रही थी। मंच पर खड़े होकर उन्होंने पत्रकारिता में निष्पक्षता, ईमानदारी और समाज के प्रति जिम्मेदारी के महत्व पर जोर दिया, जो युवा पत्रकारों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गया।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, शहीद-ए-आजम भगत सिंह के भतीजे किरनजीत सिंह, बार काउंसिल उत्तराखण्ड के अध्यक्ष, पद्मश्री डॉ. वीकेएस संजय, शहीद मेजर सूर्यपताप सिंह के पिता और शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता एसएस बिष्ट सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उनके उपस्थित होने ने कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ा दी। शहीदों के बलिदान को याद करते हुए, उनके परिवारों के प्रति सम्मान और संवेदना व्यक्त की गई। कार्यक्रम के दौरान भावपूर्ण भाषणों, गीतों और श्रद्धांजलि सत्र ने उपस्थित लोगों के दिलों को छू लिया।

ए टू जैड न्यूज चैनल द्वारा आयोजित यह समारोह केवल एक सम्मान कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह समाज में प्रेरणा फैलाने का एक शक्तिशाली माध्यम भी था। यह दिखाने का प्रयास था कि समर्पण, सेवा और उत्कृष्टता की सराहना समाज की जिम्मेदारी है। आयोजन में शामिल हर व्यक्ति ने यह महसूस किया कि किसी भी क्षेत्र में योगदान करने वाले व्यक्तियों को पहचान मिलना अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम ने उपस्थित लोगों के मन में गर्व, उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया।

जश्न का यह माहौल लंबे समय तक यादों में बना रहेगा। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट को समर्पित यह दिन, पत्रकारिता और समाज सेवा में उत्कृष्टता को सम्मान देने का प्रतीक बनकर उभरा। हर पुरस्कार, हर शब्द, हर तालियाँ और हर भावनात्मक क्षण इस बात का प्रमाण थे कि समाज की असली पहचान उसके समर्पित और निष्ठावान लोगों से बनती है। इस आयोजन ने साबित कर दिया कि जब समाज और मीडिया मिलकर प्रेरणा और सम्मान का संदेश फैलाते हैं, तो वह केवल एक समारोह नहीं, बल्कि एक जीवन-दर्शन बन जाता है।

रिपोर्ट: नरेश गुप्ता 

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