मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन की महत्वपूर्ण पहल
देहरादून : उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा एक बहुउद्देशीय विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कार्यालय खण्ड विकास अधिकारी कालसी में आयोजित हुआ, जिसकी गरिमामयी उपस्थिति मा० कार्यकारी अध्यक्ष, न्यायमूर्ति श्री मनोज कुमार तिवारी जी ने प्रदान की। इस शिविर का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून के सचिव एवं सिविल जज (सी०डि०) तथा अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश की देखरेख में किया गया। शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों तक विधिक जागरूकता और आवश्यक शैक्षणिक सामग्री पहुँचाना था, जिससे उनकी शिक्षा और सामाजिक विकास में सहयोग मिल सके।
शिविर के दौरान मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा सामग्री के सेट न्यायमूर्ति श्री मनोज कुमार तिवारी जी के कर-कमलों से राजकीय प्राथमिक विद्यालय के लगभग 100 छात्र-छात्राओं को वितरित किए गए। इन सेटों में स्टेशनरी, ट्रैकसूट और अन्य शैक्षिक सामग्री शामिल थी, जिनसे विद्यार्थियों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता मिलेगी। इस पहल ने छात्रों के चेहरे पर प्रसन्नता और उत्साह भर दिया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन जैन ने कहा कि ऐसे शिविर अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं, क्योंकि इनके माध्यम से दूर-दराज़ के क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों तक भी शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही सामाजिक विकास की नींव है और विद्यार्थियों को सहयोग देकर ही हम उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने अपने संबोधन में कहा कि संगठन द्वारा पूर्व में भी लाखामंडल क्षेत्र में आयोजित शिविर में ट्रैकसूट, टी-शर्ट और स्टेशनरी सामग्री स्कूली बच्चों को उपलब्ध कराई गई थी और आगे भी इस प्रकार के प्रयास जारी रहेंगे।
शिविर में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों, न्यायिक अधिकारियों, संगठन के पदाधिकारियों और विद्यालय के शिक्षकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। विद्यार्थियों ने भी उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में भाग लिया और सामग्री प्राप्त कर प्रसन्नता व्यक्त की। यह शिविर न केवल विधिक जागरूकता का माध्यम बना बल्कि शिक्षा को बढ़ावा देने और सामाजिक न्याय की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास साबित हुआ।
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