शिक्षकों के रिक्त पद जल्द भरने के निर्देश, शिक्षा व्यवस्था होगी मजबूत

 


देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षा विभाग की गेम चेंजर योजनाओं की वर्चुअल समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए समेकित प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पहली, छठी और नवीं कक्षा में विद्यार्थियों के अधिक से अधिक प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए प्रवेशोत्सव पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने विद्यालयों से बालिकाओं के ड्रॉपआउट को कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाने और ड्रॉपआउट बालिकाओं को पुनः शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के कौशल विकास के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा को भी बढ़ावा दिया जाए और नवाचार की दिशा में लगातार कार्य होते रहें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि छात्र-छात्राओं को किताबें, नोटबुक और स्कूल ड्रेस समय पर उपलब्ध कराई जाएं तथा शिक्षा विभाग की अनुपयोगी परिसंपत्तियों का समुचित उपयोग सुनिश्चित किया जाए। साथ ही विद्यालयों में बालिकाओं के लिए अलग शौचालयों और सेनेटरी पैड की पर्याप्त उपलब्धता, स्कूल भवनों के सुरक्षा मानकों का पालन और शिक्षकों के रिक्त पदों की शीघ्र पूर्ति की आवश्यकता पर बल दिया गया।

मुख्यमंत्री ने कला, रंगमंच, खेलकूद और फिट इंडिया अभियान को भी शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनाए जाने की बात कही। परीक्षा प्रणाली में सुधार और छात्रों की समग्र विकास पर आधारित शिक्षा प्रणाली को लागू करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में जानकारी दी गई कि भारत दर्शन योजना के तहत इस वर्ष 1082 टॉपर्स को शैक्षणिक भ्रमण के लिए दिल्ली, हिमाचल, पंजाब और हरियाणा भेजा जाएगा। इससे पहले 156 छात्र-छात्राओं को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे आईआईटी और आईआईएम का भ्रमण कराया गया। इसके अलावा राज्य के 559 क्लस्टर विद्यालयों को स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां 4019 स्मार्ट क्लास संचालित की जाएंगी।

बैठक में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, शिक्षा महानिदेशक दीप्ति सिंह, स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा समेत शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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