पुलिस को धर्मांतरण नेटवर्क के विस्तार और फंडिंग पर भी शक, जांच जारी

 


बरेली : धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जहां फरीदपुर थाना पुलिस ने 200 से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान मऊ जिले निवासी लालजी के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी योजनाबद्ध तरीके से लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा था और इसके लिए वह आर्थिक रूप से कमजोर व अशिक्षित महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को रुपये, नौकरी, मकान और विवाह जैसे प्रलोभन देता था।

बरेली दक्षिणी क्षेत्र की अपर पुलिस अधीक्षक अंशिका वर्मा ने बताया कि लालजी के पास से बाइबिल, चार डायरी और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनसे उसके धर्मांतरण में शामिल होने के प्रमाण मिलते हैं। इन डायरियों में लगभग 200 लोगों के नाम दर्ज हैं और प्रत्येक नाम के आगे लिखा है – “उपदेश दे दिया गया”, जिससे पुलिस को यह संदेह है कि इन सभी का धर्मांतरण कराया जा चुका है।

लालजी 2002 में फरीदपुर में आकर बसा था और 2008 में ब्रेन हेमरेज के इलाज के दौरान दिल्ली के एक अस्पताल में एक ईसाई डॉक्टर और नर्स के संपर्क में आया, जिससे वह प्रभावित हुआ। इसके बाद से उसने ईसाई धर्म को अपनाया और धीरे-धीरे दूसरों को भी धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने लगा।

हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता सुनील कुमार को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने खुद लालजी की सभा में जाकर पुष्टि की और पुलिस से इसकी शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर सोमवार को लालजी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब आरोपी के बैंक खाते, मोबाइल डाटा और अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसे इस कार्य के लिए आर्थिक मदद कहां से मिल रही थी और उसका नेटवर्क कितना व्यापक है।

फरीदपुर थाना प्रभारी निरीक्षक राधेश्याम के अनुसार, डायरी में दर्ज नामों की जांच की जा रही है और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सभी का धर्मांतरण हो चुका है। आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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