सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में छात्रों ने ली यातायात नियमों की शपथ
देहरादून। आठवें संयुक्त राष्ट्र सड़क सुरक्षा सप्ताह (12-18 मई 2025) के अवसर पर संजय ऑर्थोपीडिक स्पाइन एवं मेटरनिटी सेंटर, देहरादून द्वारा रानीपोखरी स्थित दून भवानी इंटरनेशनल स्कूल में सड़क सुरक्षा पर एक विशेष व्याख्यान एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को सड़क सुरक्षा के नियमों और उनके महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रख्यात ऑर्थोपीडिक सर्जन पद्मश्री डॉ. बी.के.एस. संजय ने कहा कि आज के समय में वाहन चलाना केवल सुविधा नहीं, बल्कि एक अनिवार्यता बन चुका है। चाहे वह शिक्षा, व्यवसाय, पर्यटन या दैनिक जीवन का कोई अन्य कार्य हो, प्रत्येक व्यक्ति प्रतिदिन किसी न किसी रूप में यातायात का हिस्सा बनता है। ऐसे में सड़क सुरक्षा को नजरअंदाज करना जीवन के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सड़क सुरक्षा शिक्षा को स्कूलों के पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल किया जाना चाहिए, ताकि बचपन से ही छात्रों में सुरक्षित यातायात की आदतें विकसित हो सकें। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से अपील की कि वे इस जागरूकता संदेश को समाज के हर कोने तक पहुंचाएं।
इंडिया एवं इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करवा चुके ऑर्थोपीडिक सर्जन डॉ. गौरव संजय ने व्याख्यान में बताया कि वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहन चालकों को हमेशा हेलमेट पहनना चाहिए और चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों को यातायात नियमों का पालन करने की शपथ भी दिलाई।
कार्यक्रम में स्कूल के संस्थापक श्री बी.पी. उनियाल ने बच्चों को सड़क सुरक्षा के नियमों को गंभीरता से समझने और उन्हें अपने जीवन में अपनाने की सलाह दी। उन्होंने संजय ऑर्थोपीडिक सेंटर द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं भी दीं।
इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती पुष्पा उनियाल, एकेडमिक एडवाइजर श्री डी.पी. बडोनी, असिस्टेंट डायरेक्टर श्री साकेत उनियाल, और अन्य शिक्षकगण जैसे सोनिया, लक्ष्मी, अभिषेक, स्वाती सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने विशेषज्ञों से सवाल पूछकर सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी जिज्ञासा भी प्रकट की।
इस आयोजन ने न केवल छात्रों को सुरक्षित यातायात के प्रति सजग किया, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी प्रसारित किया कि सड़क सुरक्षा एक सामाजिक जिम्मेदारी है, जिसे हर नागरिक को गंभीरता से निभाना चाहिए।
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