देहरादून में सीआईएससीई नेशनल प्री-योगा ओलंपियाड का आयोजन, खेल मंत्री रेखा आर्या ने विजेताओं को किया सम्मानित

 


देहरादून : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित सेंट जोसेफ एकेडमी में रविवार को सीआईएससीई नेशनल प्री-योगा ओलंपियाड 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभाशाली प्रतिभागियों ने भाग लिया और योग की विविध मुद्राओं और अनुशासनों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर उत्तराखंड की खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री रेखा आर्या ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।

इस मौके पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक शैली है जो मानसिक, शारीरिक और आत्मिक संतुलन प्रदान करती है। उन्होंने कहा, "योग और अन्य खेल युवाओं को जीवन के संघर्षों से जूझने की प्रेरणा देते हैं। वे सिखाते हैं कि कठिनाइयों को कैसे पार कर सफलता प्राप्त की जा सकती है।" उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि खेलों के माध्यम से उनके सर्वांगीण विकास पर भी ध्यान देना चाहिए।

रेखा आर्या ने गर्व के साथ कहा कि उत्तराखंड सरकार ने नेशनल गेम्स में पहली बार योगासन को मुख्य प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में शामिल कराया था, जो एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले वर्षों में योग को एशियाड और ओलंपिक जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी स्थान मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक खेल के रूप में योग आज वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है और उत्तराखंड जैसे हिमालयी राज्य में इसके हजारों खिलाड़ी तैयार हो रहे हैं, जो राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं।

कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा, "अब खेल केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि एक उज्ज्वल और सुरक्षित कैरियर का माध्यम बन चुका है।" उन्होंने बताया कि राज्य सरकार खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ खिलाड़ियों को मिल रहा है।

रेखा आर्या ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने योग को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का जो कार्य किया है, उसका परिणाम है कि आज विश्वभर में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर देश में खेल संस्कृति को विकसित करने और खिलाड़ियों को हरसंभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मंत्री ने प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को आगामी माह में होने वाली नेशनल योगा प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं भी दीं और उम्मीद जताई कि उत्तराखंड के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे।

इस अवसर पर सेंट जोसेफ एकेडमी के प्रधानाचार्य ब्रदर जोसेफ एम. जोसेफ, ब्रदर जेसी कैरल, अरिजीत बासु, अर्णव कुमार, मिशेल ए. गार्डनर, अनुज कुमार सिंह, और डा. अरविन्द कुमार कोटनाला सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सभी ने मिलकर प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए आयोजकों और प्रतिभागियों की सराहना की और योग को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयासों की प्रशंसा की।

कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण और सामूहिक योग प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसमें बच्चों और दर्शकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस आयोजन ने न केवल बच्चों को एक प्रतिस्पर्धी मंच प्रदान किया, बल्कि योग के महत्व और इसकी वैश्विक स्वीकृति को भी सशक्त रूप से उजागर किया।

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