हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने पर पर्यटन मंत्री महाराज ने दी शुभकामनाएं
देहरादून : उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को नया आयाम देने वाले प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। इस शुभ अवसर पर प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण एवं जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के बाद अब सिख धर्म के प्रमुख तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट पंज प्यारों की अगुआई में विधि-विधान से खोले गए। इस ऐतिहासिक और पावन क्षण के साक्षी बनने के लिए लगभग पांच हजार श्रद्धालु वहां उपस्थित रहे।
मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हेमकुंड साहिब केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि श्रद्धा, आस्था और परंपरा का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि हेमकुंड साहिब की यात्रा का इंतजार सिख श्रद्धालु पूरे वर्षभर करते हैं और कपाट खुलने का दिन उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष लाखों श्रद्धालु हिमालय की कठिन पहाड़ियों को पार कर इस पावन स्थल के दर्शन करने आते हैं। इस बार भी यात्रा के पहले दिन से ही श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
मंत्री महाराज ने यह भी बताया कि दो माह पूर्व हेमकुंड यात्रा मार्ग में गोविंदघाट का वाहन पुल क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन सरकार और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से पुल का निर्माण कार्य समय से पूरा कर लिया गया है। अब यात्री निर्बाध रूप से अपनी यात्रा जारी रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यात्रियों की सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि सभी तीर्थ यात्राएं सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित हों।
सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश सरकार न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि इससे संबंधित बुनियादी ढांचे को भी मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि हेमकुंड साहिब के साथ-साथ अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इसके लिए सड़क मार्गों, यात्री पड़ावों और स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे यात्रा के दौरान प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि हेमकुंड साहिब जैसे धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
इस प्रकार, हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के साथ ही न केवल श्रद्धालुओं में उत्साह की लहर दौड़ गई है, बल्कि उत्तराखंड के धार्मिक पर्यटन को भी एक नई ऊर्जा प्राप्त हुई है। प्रदेश सरकार की सक्रियता और तत्परता से यह सुनिश्चित हो पाया है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वे सुरक्षित रूप से इस पावन यात्रा का आनंद ले सकें।
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