केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने किया एनडीआरएफ चिकित्सालय का उदघाटन


गाजियाबाद /  कमला नेहरु नगर स्थित 8वीं वाहिनी एनडीआरएफ में सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई), रुड़की के सहयोग से वाहिनी के कर्मियों तथा उनके परिजनों हेतु चिकित्सालय का निर्माण किया गया है। इस वाहिनी चिकित्सालय के उदघाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. हर्षवर्धन, स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्री भारत सरकार के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर एसएन प्रधान (भापुसे), महानिदेशक एनडीआरएफ, शेखर सी मांडे, महानिदेशक सीएसआईआर, एनडीआरएफ बल मुख्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारी एंव अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।



बटालियन कमांडेंट पीके श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि दस बेड की क्षमता का यह पूर्णतया वातानुकूलित चिकित्सालय सभी प्रकार की आधुनिकतम एंव आधारभूत सुविधाओं से लैस है। भवन निर्माण के क्षेत्र में वैज्ञानिक तथा तकनीकी विकास हेतु समर्पित अग्रणी संस्था सीबीआरआई, रुड़की द्वारा इस चिकित्सालय का निर्माण किया गया है। चिकित्सालय में ओपीडी, डिस्पेंसरी तथा विभिन्न प्रकार के टेस्ट के लिए लैबोरेटरी की भी व्यवस्था है। ब्लड प्रेशर तथा ऑक्सिजन की मात्रा जाँचने हेतु पैरा मॉनिटर, ईसीजी मशीन तथा डिफिब्रिलेटर से लैस चिकित्सालय के प्रत्येक बैड तक ऑक्सिजन की पाइप लाइन की व्यवस्था भी की गई है। कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए चिकित्सालय में आईसोलेशन वार्ड व क्वॉरेंटाइन वार्ड की भी व्यवस्था की गई है। अस्पताल में सेंसर चलित वाशिंग पॉइंट्स तथा हैंड सैनीटाइज़ेशन पॉइंटस दिए गए हैं।



सीएसआईआर-सीबीआरआई द्वारा इस अस्पताल का डिज़ाइन इस प्रकार से तैयार किया है कि इसे जल्दी से जल्दी लगाने के साथ-साथ ज़रूरत पड़ने पर आसानी से आपदा प्रभावित क्षेत्र में ले जाकर पुनः स्थापित किया जा सकता है। इस अस्पताल में तापमान नियंत्रण हेतु थर्मल इन्सुलेटरस की व्यवस्था भी की गई है तथा साथ ही यह वाटर प्रूफ होने के कारण किसी भी स्थान पर तथा किसी भी मौसम में प्रयोग में लाने योग्य है। यह खास प्रकार के हल्के मटेरियल का बना होने के कारण परिवहन के दौरान लाने तथा ले जाने में काफी सुगम है।



इस अवसर पर मीडिया तथा एनडीआरएफ कर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि समय-समय पर प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से एनडीआरएफ कर्मियों द्वारा आपदा के दौरान की गई मानवीय सेवाओं की जानकारी मिलती रहती है परंतु आज बहुत ही गर्व का विषय है कि एनडीआरएफ कर्मियों के बीच आकर उनसे रुबरु होने का मौका मिला है। उन्होंने बताया कि देश के किसी भी क्षेत्र में आपदा आने पर चारों तरफ एनडीआरएफ रेस्क्यूर्स को देखा जाता है। ये रेस्क्यूर्स अपनी जान पर खेलकर मुश्किल भरी चुनौतियों का सामना करते हुए अपने देशवासियों के बहुमूल्य जीवन को बचाते हैं। मुख्य अतिथि द्वारा कोविड-19 महामारी के रोकथाम के लिए एनडीआरएफ द्वारा किये गए प्रयासों की सराहना करते हुए एनडीआरएफ कर्मियों को नए वाहिनी चिकित्सालय की शुभकामनाएं दी और एनडीआरएफ के सुखद एंव गौरवपूर्ण भविष्य की कामना की। चिकित्सालय के उदघाटन के उपरांत मुख्य अतिथि तथा अन्य आगंतुकों द्वारा एनडीआरएफ कर्मियों के साथ मिलकर वृक्षारोपण भी किया।


Source :Agency news 


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