सतपाल महाराज ने किया क्षतिग्रस्त मार्गों और सेतुओं का स्थलीय निरीक्षण
देहरादून: भारी वर्षा, भूस्खलन और बादल फटने के कारण जनपद में लोक निर्माण विभाग के 62 मार्ग और 8 सेतु क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रदेश के लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को प्रभावित क्षेत्रों केशरवाला-मालदेवता, कुमाल्डा-कद्दूखाल, खैरी मानसिंह मार्ग सहित देहरादून-मसूरी मार्ग पर शिव मंदिर के समीप क्षतिग्रस्त सेतु का स्थलीय निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त 8 सेतुओं में से 5 सेतुओं पर स्थायी रूप से कार्य कर यातायात बहाल कर दिया गया है, जबकि शेष 3 सेतुओं में से देहरादून-मसूरी मार्ग पर शिव मंदिर के पास क्षतिग्रस्त सेतु पर बैली ब्रिज निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है जिसे जल्द ही यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। स्थलीय निरीक्षण के दौरान मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 72 पर उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के पास झाझरा सेतु क्षेत्र में हयूम पाईप वायर क्रेट डायवर्जन तथा कार्लीगाड़ मझाड़ा मार्ग के क्षतिग्रस्त सेतु पर गैबियन लगाकर फिलिंग का अस्थायी कार्य शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि अब तक 35 मार्गों पर यातायात बहाल कर दिया गया है जबकि 27 मार्गों पर यातायात बहाल करने के लिए कार्य लगातार जारी है। मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा मालदेवता-केशरवाला में 300 मीटर क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग को खोलने का काम लगातार चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि नदियों का चैनलाइजेशन बेहद जरूरी है, इसके लिए सिंचाई, आपदा और खनन विभाग को मिलकर काम करना होगा ताकि नदियों का पानी रिहायशी क्षेत्रों में प्रवेश न कर सके। उन्होंने जनता से अपील की कि वे नदी-नालों के निकट निर्माण कार्य न करें। भारी वर्षा और भूस्खलन से सबसे अधिक नुकसान रायपुर, कुमाल्डा-कद्दूखाल, केसरवाला, खैरी मानसिंह, सहस्त्रधारा और मसूरी क्षेत्र के आसपास के मार्गों को हुआ है। अवरुद्ध मार्गों को शीघ्र सुचारू करने और आवश्यक सुविधाएं बहाल करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। स्थलीय निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता राजेश कुमार शर्मा समेत विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।
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