केजरीवाल ने कहा, अभिभावक और छात्र हर दिन डर के साये में जी रहे हैं
दिल्ली : आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राजधानी के स्कूलों में बार-बार बम की धमकियाँ मिलने पर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की। केजरीवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि एक साल में स्कूलों को बार-बार धमकियाँ मिलने के बावजूद अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया और कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अभिभावक और छात्र हर दिन डर के साए में जी रहे हैं। केजरीवाल ने पूछा, "चार इंजन वाली भाजपा सरकार राजधानी की सुरक्षा भी नहीं संभाल पा रही है। माता-पिता हर दिन डर के साये में जी रहे हैं। यह सब कब खत्म होगा?"
शनिवार सुबह दिल्ली के विभिन्न स्कूलों को फ़ोन कॉल के जरिए बम की धमकियाँ मिलीं। प्रभावित स्कूलों में डीपीएस द्वारका, कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल और सर्वोदय विद्यालय शामिल हैं। सुरक्षा कारणों से सभी छात्रों और कर्मचारियों को परिसर से बाहर निकाला गया। डीपीएस द्वारका ने अपनी मध्यावधि परीक्षाएँ स्थगित कर दी हैं और अभिभावकों से अपने बच्चों को लेने का आग्रह किया है। स्कूल प्रशासन ने जारी सर्कुलर में बताया कि सभी स्कूल बसें और निजी वैन/कैब तुरंत वापस भेज दी गई हैं और नई परीक्षा तिथियों की सूचना शीघ्र दी जाएगी।
धमकियों के बाद पुलिस दल और बम निरोधक दस्ते तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। अधिकारियों ने स्कूल परिसर की सुरक्षा और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
सिर्फ स्कूल ही नहीं, बल्कि शहर के अन्य शैक्षणिक संस्थानों को भी धमकियाँ मिली हैं। नई दिल्ली स्थित यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज को 9 सितंबर को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली थी। सूचना मिलते ही परिसर खाली कराया गया और बाद में बम निरोधक दस्ते ने परिसर की गहन जाँच की। दोपहर 1:30 बजे कॉलेज को सुरक्षित घोषित किया गया और धमकी फर्जी पाई गई। उसी दिन मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज और दिल्ली के मुख्यमंत्री सचिवालय को भी धमकी मिली थी। डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि एमएएमसी के डीन को भेजे गए ईमेल में कोई विशिष्ट जानकारी नहीं थी, लेकिन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बम निरोधक दल को घटनास्थल पर भेजा गया।
घटनाओं के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और सभी शैक्षणिक संस्थानों में निगरानी बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि अभिभावक और छात्र घबराएँ नहीं, लेकिन सतर्कता आवश्यक है।
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