मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश का जारी किया पूर्वानुमान,चारधाम यात्रा प्रभावित, यात्रियों को करना पड़ रहा इंतजार
चमोली : उत्तराखंड में लगातार बारिश के चलते एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। चमोली जिले के गोपेश्वर में बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी के पास भनेरपानी में मलबा आने से पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। हाईवे बंद होने से दोनों ओर करीब 500 यात्री फंसे हुए हैं और उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे को सुचारू करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) की जेसीबी मशीनें मौके पर लगाई गई हैं और बारिश के बीच लगातार मलबा हटाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि लगातार हो रही वर्षा और पहाड़ी से गिरते पत्थरों के कारण राहत कार्यों की गति धीमी बनी हुई है।
इधर, उत्तरकाशी जिले में भी बारिश से हालात गंभीर बने हुए हैं। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) ने धराली में सड़क पर आए मलबे को हटा कर वाहनों की आवाजाही सुचारू कर दी है। लेकिन धराली से आगे हर्षिल क्षेत्र में बनी झील के कारण हाईवे डूब गया है। झील का पानी सड़क पर भर जाने से यातायात पूरी तरह बाधित है और इसे फिर से चालू करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। हर्षिल से आगे का मार्ग रणनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि इसे जल्द से जल्द दुरुस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदेश के पर्वतीय जिलों में लगातार हो रही बारिश ने आपदा जैसी स्थिति पैदा कर दी है। यात्री और स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों पर रुककर सड़क खुलने का इंतजार कर रहे हैं। चमोली और उत्तरकाशी दोनों जिलों में प्रशासन और राहत एजेंसियां लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां और दुर्गम भौगोलिक स्थिति राहत कार्यों में सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे बिना आवश्यकता के यात्रा पर न निकलें और मौसम तथा मार्ग की स्थिति की जानकारी लेने के बाद ही सफर शुरू करें।
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