माता अहिल्याबाई की स्मृति में मैराथन, मुख्यमंत्री धामी बोले – यह सिर्फ दौड़ नहीं, एक संकल्प है
देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को देहरादून स्थित पवेलियन ग्राउंड से 'अहिल्या स्मृति मैराथन - एक विरासत, एक संकल्प' कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस आयोजन का उद्देश्य सामाजिक जागरूकता बढ़ाना, युवाओं में राष्ट्रभक्ति और स्वास्थ्य के प्रति सजगता उत्पन्न करना तथा माता अहिल्याबाई होलकर की स्मृति में उनकी प्रेरणादायी विरासत को आगे बढ़ाना था।
मुख्यमंत्री ने मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और इसके बाद स्वयं भी युवाओं के साथ दौड़ लगाकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने युवाओं की भागीदारी को 'राज्य की ऊर्जा और उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक' बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल समाज को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हैं, बल्कि सामाजिक एकता, अनुशासन और सहयोग की भावना को भी सशक्त करते हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "माता अहिल्याबाई होलकर भारतीय इतिहास की उन महान महिलाओं में से हैं जिन्होंने सेवा, समर्पण और न्याय के आदर्श स्थापित किए। उनके जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है कि समाज और राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। 'अहिल्या स्मृति मैराथन' केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि एक संकल्प है—स्वस्थ समाज, सशक्त राष्ट्र और समरसता से परिपूर्ण जीवन का।"
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि, सामाजिक कार्यकर्ता और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रमुख उपस्थित लोगों में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, भाजपा के महामंत्री (संगठन) अजेय कुमार, देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल, महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, विधायक भरत चौधरी, दायित्वधारी अनिल डब्बू, वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम अग्रवाल, हेम बजरंगी, भाजपा युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह बिष्ट सहित कई अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल थे।
कार्यक्रम के दौरान मैराथन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को जलपान, प्राथमिक चिकित्सा और मार्गदर्शन जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की गईं। आयोजन समिति ने बताया कि इस वर्ष मैराथन में विभिन्न आयु वर्ग के हज़ारों युवाओं, छात्र-छात्राओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
एकता और स्वास्थ्य का संदेश
‘अहिल्या स्मृति मैराथन’ ने देहरादून में ना केवल सामाजिक ऊर्जा का संचार किया बल्कि यह संदेश भी दिया कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव है। मुख्यमंत्री धामी की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया और युवाओं में प्रेरणा का संचार किया।इस प्रकार का आयोजन राज्य सरकार की उस नीति का भी हिस्सा है जिसमें युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों में जोड़कर समाज निर्माण और राज्य के समग्र विकास में उनकी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित की जा रही है।
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