हरिद्वार अर्द्ध कुंभ 2027 की तैयारियां शुरू, 104 घाटों का होगा सौंदर्यीकरण
देहरादून : वर्ष 2027 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले अर्द्ध कुंभ मेले को दिव्य, भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने तैयारियों का शंखनाद कर दिया है। पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि कुंभ से जुड़े निर्माण कार्यों के लिए संबंधित विभागों को नोडल अधिकारी नामित कर दिया गया है और आवश्यक पदों के सृजन की प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाएगी।
104 घाटों का होगा सुंदरीकरण, नए घाट भी बनेंगे
मंत्री महाराज ने बताया कि अर्द्ध कुंभ के लिए हरिद्वार में कुल 104 घाटों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त, 5.5 किलोमीटर क्षेत्र में नए घाटों का निर्माण भी प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत व नए निर्माण कार्य भी समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
भीड़ और स्वास्थ्य प्रबंधन की ठोस तैयारी
अर्द्ध कुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन को विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। कुंभ क्षेत्र में 25 मेडिकल रिलीफ पोस्ट स्थापित किए जाएंगे और स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी ताकि तीर्थयात्रियों को आपातकालीन चिकित्सा सहायता तुरंत मिल सके।
अहम स्थलों का निरीक्षण और कार्य योजना
अधिकारियों को चमगादड़ टापू, भीमगौड़ा, पंतद्वीप मैदान, ऋषिकुल, चीला और बहादराबाद जैसे प्रमुख क्षेत्रों का निरीक्षण कर आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि अर्द्ध कुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ेगा सिंगटाली पुल
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने एक अन्य महत्वपूर्ण विकास की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री घोषणा के तहत यमकेश्वर (पौड़ी) के कौड़ियाला-व्यासघाट मोटर मार्ग पर गंगा नदी पर 150 मीटर लंबा 'सिंगटाली पुल' बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए ₹57.12 करोड़ की स्वीकृति दी जा चुकी है।
मंत्री ने बताया कि इस पुल के निर्माण से गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के बीच की दूरी में उल्लेखनीय कमी आएगी और इससे न केवल 25 लाख से अधिक की आबादी को फायदा पहुंचेगा, बल्कि 35 विधानसभा क्षेत्रों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पुल से यात्रियों और स्थानीय निवासियों को आवागमन में सहूलियत, ईंधन की बचत और आपसी जुड़ाव बढ़ेगा।मंत्री महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह निर्णय राज्य के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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