अपनी मांगों पर डटे हैं किसान, सिंघु-टिकरी से लेकर गाजीपुर बॉर्डर बंद, दिल्ली-NCR में इन रास्तों पर जाने से बचें


केन्द्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले आठ दिनों से जारी है और आज यानी शुक्रवार को इस आंदोलन का नौवां दिन हो जाएगा। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की गुरुवार को हुई बैठक भी बेनतीजा रही। लगभग आठ घंटे चली इस बैठक में किसान नेता नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अड़े रहे। किसान नेताओं के बातचीत के बीच में सरकार की तरफ से की गई दोपहर के भोजन, चाय और पानी की पेशकश को भी ठुकरा दिया। सरकार ने बातचीत के लिये पहुंचे विभिन्न किसान संगठनों के 40 किसान नेताओं के समूह को आश्वासन दिया कि उनकी सभी वैध चिंताओं पर गौर किया जाएगा और उनपर खुले दिमाग से विचार किया जायेगा। लेकिन दूसरे पक्ष ने कानूनों में कई खामियों और विसंगतियों को गिनाते हुये कहा कि इन कानूनों को सितंबर में जल्दबाजी में पारित किया गया। बताया जा रहा है कि शनिवार को एक बार फिर से सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी।


किसानों के लगातार जारी प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने अपने सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए हैं और शहर में प्रवेश और निकास के लिए वैकल्पिक मार्गों से आवागमन करने का सुझाव दिया है। आंदोलनरत किसानों ने बुधवार को मांग की कि केन्द्र संसद का एक विशेष सत्र बुलाए और कृषि कानूनों को वापस ले। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने दिल्ली में अन्य मार्गों को जाम करने और 'अतिरिक्त कदम उठाने' की धमकी दी है।
    
दिल्ली यातायात पुलिस ने शुक्रवार सुबह अनेक ट्वीट करके लोगों को किसान आंदोलन के कारण सिंघु, लामपुर, औचंदी, चिल्ला और अन्य बॉर्डर के बंद होने की जानकारी दी। इसमें हिदायत की गई कि हरियाणा जाने वाले लोग ढांसा, दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी एनएच8, बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर वाला रास्ता ले सकते हैं।


 

शहर की यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, 'सिंघु बॉर्डर अब भी दोनों ओर से बंद है। लामपुर, औचंदी और अन्य छोटे बॉर्डर भी बंद हैं। कृपया वैकल्पिक माार्गों का सहारा लीजिए। मुकरबा चौक और जीटीके रोड से यातायात परिवर्तित किया गया है।' इसमें यह भी कहा गया है कि एनएच-44 भी दोनों ओर से बंद है। 


ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को दिल्ली-नोएडा लिंक रोड से बचने और राष्ट्रीय राजमार्ग 24 और डीएनडी से जाने की सलाह दी है। ट्वीट में कहा गया है कि गौतमबुद्ध नगर के नजदीक किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला बॉर्डर बंद है और लोगों को दिल्ली आने-जाने के लिए नोएडा लिंक रोड से बचना चाहिए और डीएनडी वाला रास्ता चुनना चाहिए। 


एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि टिकरी, झाडौदा बॉर्डर यातायात के लिए बंद हैं। बदूसराय बॉर्डर कार और दो पहिया जैसे हल्के वाहनों से लिए खुला है। झटिकरा बॉर्डर केवल दोपहिया वाहनों के लिए खुला है। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि हरियाणा के लिए जो बॉर्डर खुले हैं, वे हैं- धनसा, दौराला, कपसहेरा, राजोखरी NH 8, बिजवासन / बजघेरा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर। 


वहीं, ए्क अन्य ट्वीट में कहा गया है कि एनएच-24 पर स्थित गाजीपुर बॉर्डर भी गाजियाबाद से दिल्ली के लिए बंद है। पुलिस ने लोगों को एनएच-24 से बचने की सलाह दी है। गौरतलब है कि 'दिल्ली चलो' मार्च के तहत किसान राष्ट्रीय राजधानी के अति व्यस्त सिंघु, टिकरी, नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं।


Sources:Hindustansamachar


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