राहुल गांधी पहुंचे नवादा, तेजस्वी बोले- पहली कलम बेरोजगारों के लिए चलेगी


राहुल गांधी विधानसभा चुनाव 2020 में कांग्रेस और राजद प्रत्याशियों के पक्ष में कुछ चुनावी सभा को संबोधित करने नवादा पहुंच गए हैं। बिहार में उनकी आज दो सभाएं होनी हैं। पहली नवादा के हिसुआ में और दूसरी रैली भागलपुर के कहलगांव में।


पटना / बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस और राजद प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करने नवादा के हिसुआ पहुंच गए हैं। मंच पर तेजस्वी यादव भी मौजूद हैं। साथ ही शक्ति सिंह गोहिल, तारिक अनवर आदि कांग्रेस और राजद नेता मौजूद हैं। बिहार में राहुल की पहली सभा नवादा के हिसुआ में और दूसरी रैली भागलपुर के कहलगांव में है। 


जिसने 15 साल काम न किया उसे पांच साल और क्या देना


सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि पहली कैबिनेट में मेरी कलम दस लाख नौजवानों को रोजगार देने के लिए चलेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में घूसखोरी बढ़ी है। बिना घूस के कोई काम नहीं होता है। 15 साल में बिहार में क्या हुआ ये सब को पता है। जिनके पास रोजगार था उनसे भी मोदी-नीतीश ने छीन लिया। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी से बिहार संभलने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि जिसने 15 साल काम नहीं किया उसे पांच साल क्या देना।  


बैठ सकते हैं दस हजार लोग



बता दें कि हिसुआ इंटर कॉलेज मैदान में राहुल की सभा के लिए मंच बनाया गया है इस सभा मे 10 हजार लोगों के बैठने के व्यवस्था है ऐसा कांग्रेस का दावा है। नवादा के बाद राहुल भगलपुर चले जायेंगे जहां कहलगांव के एस एस वी ग्राउंड में वे कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में चुनावी सभा करेंगे। यहां वे सवा दो बजे आने वाले है।



पूर्णिया में नहीं मिली सभा की इजाजत


पूर्णिया में भी राहुल गांधी की सभा होनी थी, लेकिन नहीं हो सकेगी। कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने बताया कि पूर्णिया एयरबेस पर निर्माण कार्य चलने की वजह से पूर्णिया में प्लेन को लैंड करने की अनुमति नहीं मिली, इस वजह से पूर्णिया की सभा का कार्यक्रम तय नहीं हो पाया है। 


तेजस्वी यादव भी पहली सभा में शामिल



राहुल गांधी हिसुआ में हो रही सभा में राजद नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद हैं। मंच पर पार्टी के बिहार के अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा, देवेंद्र यादव, अजय कपूर, शक्ति सिंह गोहिल, अखिलेश सिंह के साथ ही दूसरे कई नेता मौजूद हैं। वहीं कन्हैया रैली में शामिल नहीं हुए। पार्टी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है जरूरी नहीं की महागठबंधन के सभी नेता किसी एक सभा में एक मंच पर नजर आएं, ऐसा जरूरी नहीं। सभी नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा सभा कर अधिक से अधिक प्रत्याशियों के पक्ष में हवा बनाई जा सके।


Source:Agency News


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