Big Breaking : उत्तराखण्ड पुलिस ने करोड़ो की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश..रिलायंस के नाम पर करते थे ठगी, देश के कई हिस्सों में कर चुके हैं 27 करोड़ का फर्जीवाड़ा


उधम सिंह नगर/ काशीपुर पुलिस को देश भर में 27 करोड़ को ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने में कामयाबी हांसिल हुई है. यह ठगी ओर किसी कंपनी के नाम नही बल्कि देश की नामी गिरामी टेलिकॉम रिलायंस कंपनी के नाम पर ठगी का मामला है.


ये कामयाबी उस वक्त मिली जब काशीपुर के व्यापारियों से 67 लाख रुपये की ठगी की. पुलिस ने ठगी करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अभी तीन नामजद आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आये हैं. आपको बता दे कि अभी तक यह गिरोह उत्तराखंड में ही 6 करोड़ की ठगी को अंजाम दे चुके हैं. काशीपुर में इस ठगी के मामले का खुलासा करते हुए ठगी करने वाले लोगों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.


इनका नेटवर्क पूरे देश के कई राज्यों में फैला था. यह लोग अब तक देश के विभिन्न स्थानों से 27 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं. पकड़े गये अभियुक्तों में अश्वनी और विनोद राय टेलिकॉम कपंनी में उच्च पदों पर काम कर चुके हैं. इसलिए इनके पास टेलीकॉम कंपनी के बारे में पूरा अनुभव था जिसका लाभ उठाकर इन्होंने कई लोगों के साथ ठगी की. उन्होंने बताया कि अश्विनी कुमार, विनोद राय को कंपनी का सीईओ बताकर लोगों से मिलवाता था. बता दें पूरा मामला कचनाल गली, विनायक विला निवासी मनोज जैन ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उसके रुद्रपुर निवासी राजेश झाम से आपसी संबंध हैं.


राजेश ने 20 जुलाई को एक व्यवसायिक डील करने के लिये उसे रुद्रपुर बुलाया. जहां राजेश ने उसे एक होटल में अश्वनी कुमार और उसके साथियों से मिलवाया. अश्वनी ने अपने को रिलायंस टेलीकॉम कंपनी को ईस्ट एंड सेंटर जोन का प्रोजेक्ट हेड बताया. उसके साथियों में हरिद्वार निवासी सुजेना शुक्ला, स्वाति कांडपाल, निखिल गांधी व विवेक शर्मा शामिल थे. जिन्होंने अपने को कंपनी अधिकारी और कर्मचारी बताया.


उन्होंने कंपनी का ब्रॉडकास्टिंग वायरलेस स्मार्ट बॉक्स दूसरा ऑनलाइन मनी और तीसरा प्लान ऑनलाइन शॉपिंग बताया. कहा कि कंपनी स्टूडियो भी बनाकर देगी. जिसका किराया कंपनी देगी और इसमें छह चैनल होंगे. कहा गया कि उन्हें डेढ़ लाख बॉक्स जिनकी कीमत 4.50 करोड़ होगी दिये जाएंगे.


जिसका 25 प्रतिशत एडवांस कंपनी में जमा करना होगा. इस पर दोनों ने हामी भर दी. इस पर उन्होंने काशीपुर आकर कंपनी बनाने का निर्णय लिया. जिसके स्वामी शक्ति प्रकाश, राजेश झाम व मनोज जैन होंगे। इसी बीच उनकी अश्वनी से बात होती रही। उसने कहा कि एग्रीमेंट से पहले वायरलैस मीडिया ब्रॉडकास्टिंग कंपनी के खाते में 5.51 लाख रुपये जमा करने होंगे. इस पर उन्होंने 23 जुलाई को रुपये जमा करा दिये.


29 जुलाई को अश्वनी ने निखिल गांधी और विवेक शर्मा को काशीपुर भेजा. जो कंपनी के लोगो लगे हुए पेपर और कंपनी की मोहरें लेकर आये. उन्होंने पेपरों पर एग्रीमेंट लिखकर उसके और उसके पार्टनरों के हस्ताक्षर कराये और कंपनी के उच्चाधिकारियों के हस्ताक्षर कराने की बात कहकर एग्रीमेंट अपने साथ ले गये. इसके बाद कंपनी अधिकारियों ने अलग-अलग तारीखों में कुल 67 लाख 26 हजार रुपये नकद व खातों में जमा करवा लिये. बाद में जब आरोपियों से कंपनी का अधिकृत पत्र दिखाने को कहा तो उन्होंने नहीं दिखाया.


जब कंपनी से डील की जानकारी ली गई तो कंपनी ने बताया कि उनकी ऐसी कोई स्कीम नहीं है. कहा कि अश्वनी, सुजेना शुक्ला, स्वाति कांडपाल, निखिल गांधी, विवेक शर्मा, प्रशांत संगल आदि ने उसके और उसके पार्टनरों के साथ षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी की है.


तहरीर के आधार पर छह आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था. एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि ग्राहकों से जो पैसा लिया जाता था वह प्रशांत संगल के खाते में डलवाया जाता था. बाद में प्रशांत संगल अपने खाते से अन्य सदस्यों के खाते में डाल देता था.


एस एस पी ने बताया कि अभी इस मामले में और विवेचना जारी है.


बयान रवि जैन …………… पीड़ित


बयान दिलीप सिंह कुँवर ………………. एसएसपी उधम सिंह नगर


11 जगह दिए ठगी को अंजाम ……..


1- ऋषिकेश में 21 लाख की ठगी


2 – हरिद्वार में 56 लाख की ठगी


3 – हरिद्वार में 1 करोड़ो की ठगी


4 – देहरादून में 1 करोड़ की ठगी


5 – सहारनपुर में 1 करोड़ की ठगी


6 – मंसूरी में 1 करोड़ की ठगी


7 – देहरादून में 21 लाख की ठगी


8 – काशीपुर में 67 लाख की ठगी


9 – बिहार में 8 करोड़ की ठगी


10 – झारखंड में 1 करोड़ की ठगी


11 – कोलकत्ता में 10 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया है ।


Source :GKM news


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