बाबा रामदेव ने रुस की वैक्सीन पर उठाए सवाल? कोरोनिल को लेकर किया बड़ा दावा


योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है कि देश में कोविड-19 की रिवकरी दर बढ़ने और मौत कम होने की वजह भारतीयों द्वारा अपनाए गए योगाभ्यास और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल में लाए गए पारंपरिक उपाय हैं। हरिद्वार में 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पतंजलि योग पीठ में बाबा रामदेव और पातंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने तिरंगा फहराया।


 रामदेव ने कहा की “लोग योग कर रहे हैं। कोविड-19 के खिलाफ लोग पारंपरिक उपाय का सहारा ले रहे हैं। हमारे यहां पर मृत्युदर काफी कम है। हम एक प्राकृतिक उपचार, एक मुख्य उपचार के रूप में आयुर्वेदिक उपचार विकसित करने की प्रतिज्ञा करते हैं। हमारा उद्देश्य आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार के एलोपैथिक तरीकों को बदलना है। यही देश के लिए सच्ची स्वतंत्रता होगी।”


बाबा रामदेव ने रूस की तरफ से बनाई गई कोविड-19 की वैक्सीन को लेकर कहा की हमें दूसरे देशों की तरफ से तैयार की गई वैक्सीन के प्रभाव को समझने की आवश्यकता है। उसके कुछ साइड इफैक्ट्स हो सकते हैं, हो सकता है कि तीन या पांच वर्षों में जाकर सामने आए। इन वैक्सीन का इस्तेमाल करने से ठीक हुए मरीजों को हो सकता है बाद में कुछ और परेशानियां आ जाए।


उन्होंने दावा किया कि पातंजलि आयुर्वेद की स्वसारी कोरोनिल किट लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रही है और इसका कोई साइड इफैक्ट भी नहीं है।


Source :Agency news 


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