उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर हाईअलर्ट, आपदा प्रबंधन तंत्र ने कसी कमर


देहरादून / मौसम विभाग ने उत्तराखंड में दो दिन लगातार भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। वहीं उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन विभाग ने दो दिन भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए छह जिलों में आईआरएस व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों और सभी थाना-चौकी प्रभारियों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश जारी किया है। वहीं, नियंत्रण कक्ष के 0135-2710334, 1070, 9557444486, 8266055523 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। 


आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक मौसम विभाग ने मंगलवार दोपहर एक बजे जारी पूर्वानुमान में 28 और 30 को पौड़ी और चंपावत के कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। इसके अलावा पिथौरागढ़, नैनीताल, बागेश्वर और ऊधमसिंह नगर में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने का अनुमान जताया है। इस अलर्ट को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने किसी भी आपदा की तुरंत सूचना देने का आदेश दिया है। प्रदेश में आईआरएस या इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम व्यवस्था लागू है। इस व्यवस्था के अधिकारियों को कहा गया है कि वे हाई अलर्ट पर रहें।


इसके साथ ही सभी पटवारियों, ग्राम विकास अधिकारियों और ग्राम पंचायत अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने स्थान को छोड़ कर नहीं जाएंगे। सभी थानों और चौकी प्रभारियों से भी कहा गया है कि वे वायरलेस और अन्य उपकरणों के साथ हाई अलर्ट पर रहेंगे। यह भी साफ कर दिया गया है कि इस दौरान किसी भी अधिकारी, कर्मचारी का फोन बंद नहीं रहेगा। एनएच, लोक निर्माण विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सहित अन्य संबंधित विभागों से कहा गया है कि बंद सड़कों को तत्काल प्रभाव से खोलने को तैयार रहें। 


आपदा प्रबंधन विभाग का यह हाई अलर्ट माइक्रो क्लाइमेट को भांप पाने में प्रभावी साबित नहीं हो पा रहा है। प्रदेश में हर जिले की अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति है और इस हिसाब से हर जिले में बारिश की तेजी भी अलग-अलग रहती है। मौसम बदलाव के कारण यह अंतर और प्रभावी रूप से उभर कर सामने आ रहा है। हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग ने बारिश मापी और अन्य संसाधनों का विकास किया है लेकिन अब भी सूक्ष्म स्तर पर पूर्वानुमान जारी करना संभव नहीं हो पाया है। मुक्तेश्वर में लगे डाप्लर रडार से भी अभी जानकारी मिलना शुरू नहीं हुई है। बाढ़ के पूर्वानुमान का तंत्र भी अभी तक प्रदेश में विकसित नहीं हो पाया है। ऐसे में विभिन्न विभाग केवल लोगों से नदियों से दूर रहने की अपील ही कर रहे हैं।


वहीं ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर तोताघाटी और कौडियाला के बीच महादेव चट्टी में मलबा हटा रही एक लोडर मशीन के गहरी खाई में गिरने से ऑपरेटर घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती करवाया गया है। देवप्रयाग थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि तोताघाटी और कौडियाला के बीच महादेव चट्टी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरे भारी मलबे को हटाने में जुटी लोडर मशीन मलबा आने से करीब 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई।


इस घटना में ऑपरेटर कुलदीप सिंह (25 वर्ष) पुत्र श्रीजोर सिंह ग्राम बाथेपुर टंडुआ जिला आजमगढ़ उत्तर प्रदेश गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती करवाया गया है। बताया कि साकनीधार से तोताघाटी के बीच बारिश से सड़क पर भारी मलबा गिरा है। बहरहाल मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए एहतियातन प्रशासन की टीमों ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और साथ ही हर स्थिति से निपटने के लिए भी कमर कस ली है।


Source :Agency news 


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