BREAKING NEWS… एक शिक्षिका की मनमानी बनी स्कूल प्रबंधन की परेशानी..!

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देहरादून/उत्तराखण्डः राजधानी में 12 जून शुक्रवार को दून शहर में स्थित एक अशासकीय विद्यालय में एक शिक्षिका की मनमानी को लेकर स्कूल प्रबंधन कमेटी भी परेशान हैं । जिसकी शिकायात व शिक्षिका के कार्यो को लेकर स्कूल प्रबंधन कमेटी ने सीइओ से लेकर शिक्षा विभाग के कई अधिकारीयांे को अवगत कराया परन्तु कोई हल नही निकलाने पर शिक्षिका का हौसला और बढ़ता रहा हैं। वही जिसमें प्रबंधन कमेटी के द्वारा जांच कराए जाने हेतु ज़ारी किए गये पत्र के अनुसार द्वारा बताया जा रहा है कि इस शिक्षिका ने स्कूलों में नियमों को ताक पर रखकर कई तरह के कार्य कर रही है। वही जिसमें स्कूलों में मानकों को ताक पर रखकर मनमानी कर रही है।


 


वही जिसमंे आपको बता दे कि सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार दून के बसंत बिहार क्षेत्र में स्थित अम्बावती दूनवैली इण्टर कालेज पंडितवाड़ी, विकासखण्ड सहसपुर देहरादून में एक हाई स्कूल की अंग्रेजी की शिक्षिका (स.अ.) पर प्रबंधक समिति की पीछले माह 6 मई 2020 को बैठक में लगे अनियमतताओ के गंभीर आरोप के चलते बता दे कि इस बैठक के दौरान एक पत्र के अनुसार उक्त शिक्षिका स0अ0 द्वारा बिना प्रबन्धन/ पी0टी0ए0 की सहमति से अंग्रेजी विषय पढ़ाने हेतु रखा हुआ है। जिसमें पी0टी0ए0 शिक्षकों की उपस्थिति पंजिका में इस शिक्षिका का नाम नही है तथा इन्हें वेतन का भुगतान किस श्रोत्र से किया जाता है, और इसकी कोई जानकारी प्रबन्धन/पी0टी0ए0 को नही है।


 


इसी के साथ सूत्रों के मुताबिक इस शिक्षिका पर आरोप अम्बावती दूनवैली इण्टर कालेज स्कूल प्रबंधन कमेटी के सूत्रो के अनुसार कई आरोप यह लागाए है। कि यह शिक्षिका अपनी मनमानी के कारण किसी भी स्कूल के नियमों का पालन नही करती है। वही जिसमें बता दे कि यह शिक्षिका अम्बावती स्कूल की अंग्रेजी की शिक्षिका , जिनकी अम्बावती हाई स्कूल में वर्ष 2016 के करीब नियुक्ति हुई थी. उक्त शिक्षिका पर विभिन्न अनियमितताओ के आरोप लगे जिसकी स्कूल प्रबंधक की ओर से शिक्षा विभाग को भी इस संबंध में पत्र व्यवहार से अवगत किया गया है। लेकिन सूत्रों कहना है कि शिक्षा विभाग देहरादून ने अभी तक प्रबंधक समिति की ओर से इस शिक्षिका के मनमानी व स्कूल नियामों का उल्लघन हेेतु दिये शिकायत पत्र का कोई जवाब नही दिया। जिसमें शिक्षा विभाग पर कई प्रश्न चिन्ह उठ रहे है। जिसमें स्कूल में सहायक


अध्यापिका की कार्य शैली पर कई आरोप लगे है।


 


प्रबंधन कमेटी के द्वारा जांच कराए जाने हेतु ज़ारी किए गये पत्र के अनुसार जिसमें सूत्रों कि माने तो लगे आरोप इस प्रकार है… प्रबन्धन को विद्यालय की वरिष्टतम स0अ0, के सम्बन्ध में कई शिकायते प्राप्त है। दिनांक 06 मई 2020 को प्रबन्ध समिति की बैठक प्रबन्धक कैम्प कार्यालय में सम्पन्न हुई थी। जिसमें प्रस्ताव पारित करके निर्णय लिया गया था कि उक्त बिन्दुओं की जांच प्रबन्ध समिति के 02 सदस्यों द्वारा की जायेगी। तथा जांच आख्या प्रबन्ध समिति के समुख रखी जायेगी। जांच के बिन्दु निम्नवत है।


 


1- शिक्षिका द्वारा परीक्षा प्रभारी के रूप में अद्र्ववाषिक परीक्षा में कक्षा 9-11 के परीक्षाफल तैयार करने में अनियमिताओ के सम्बन्ध में।


 


2- शिक्षिका द्वारा कुछ कक्षाओं में अंग्रेजी विषय पढ़ाने हेतु बिना अनुमति के अपने स्तर से अध्यापिका की व्यवस्था करने के सम्बन्ध में।


 


3- प्रबन्ध समिति तथा प्रधानाचार्य की अनुमति लिए बिना अपनी ड्यूटी विद्यालय से बाहर लगवाना तथा बिना उचित माध्यम से विभागीय अधिकारियों से पत्र व्यवाहर करना।


 


4- व्यवस्था पर रखे गये शिक्षक/शिक्षिकाओं से अच्छा व्यवहार नही करना।


 


5- प्रबन्ध समिति तथा प्रधानाचार्य की अनुमति लिए बिना एक कक्षा कक्ष को परीक्षा कक्ष में बदलना तथा निजी कक्ष के रूप में उपयोग में लाना।


 


6- विद्यालय में मात्र एक नियमित शिक्षिका तथा एक प्रभारी प्रधानाचार्य होने के बावजूद परिषदीय परीक्षाओं में विद्यालय से बहार अपने प्रभाव से डयूटी लगवाना।


 


7- अन्य शिक्षक/शिक्षिकाओं की तुलना में विगत वर्षो में उक्त शिक्षिका का गिरते परीक्षाफल के समबन्ध में।


 


8- शिक्षिका (स0अ0) एम0डी0एम0 प्रभारी के रूप में अपने कार्य एवं दायित्व का निर्वाह में बरती जा रही लापरवाही के सम्बन्ध में।


 


बता दें कि प्रबन्धक द्वारा अम्बावती दूनवैली इण्टर कालेज पंडितवाड़ी, विकासखण्ड सहसपुर देहरादून,उक्त शिक्षिका के विरूद्ध कार्यावाही हेतंु स्कूल समिति की बैठक में निर्णय भी लिया गया है। जबकि इस वक्त लाॅकडाउन के चलते स्कूल बंद रहने के कारण पूर्ण एवं सही जानकारी नही प्राप्त हो रही है। लेकिन सूत्रों के अनुसार इस पर नजर बनाने हुए है।


 


विद्यालय में कार्यरत निजि श्रोत्र से रखे गये पी0टी0ए0 शिक्षकों का विवरण में कुल 7 पदों पर शिक्षक कार्यरत है। जिसमें से एक नियुक्ति पर उक्त शिक्षिका जो कि एक पत्र के अनुसार उक्त शिक्षिका को स0अ0 द्वारा बिना प्रबन्धन/ पी0टी0ए0 की सहमति से अंग्रेजी विषय पढ़ाने हेतु रखा हुआ है। जिसमें पी0टी0ए0 शिक्षकों की उपस्थिति पंजिका में इस शिक्षिका का नाम नही है तथा इन्हें वेतन का भुगतान किस श्रोत्र से किया जाता है, और इसकी कोई जानकारी प्रबन्धन/पी0टी0ए0 को नही है।


 


आपको बता दें कि हमारे रिपोर्टर इस खबर की पूरी सच्चाई जानने कि कोशिश में लगे हैं। अभी तो यह एक कड़ी है। साथ ही हमारा इस खबर में निजी कोई स्वार्थ नहीं है एवं सूत्रों के माध्यम से उक्त शिक्षिका से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया और ना ही इस शिक्षिका एवं संबंधित स्कूल प्रबंधन से हमारा कोई भी निजी भेद भाव किसी से नहीं हैं। यह खबर निष्पक्ष रूप से जो सच्चाई होगी उसे सामने लाने का प्रयास करेंगे। इस खबर के संबंध में शिक्षिका अगर चाहे तो फोन पर अपने बयान दर्ज करा सकती है।आने वाले भविष्य में इस सच्चाई का खुलासा करने की कोशिश जारी है।


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