नीरज उत्तराखंडी/पुरोला पुरोला विकासखण्ड के रामा व बेष्टी गांव के दो युवकों पर शुक्रवार सुबह लगभग 9 बजे ने गुलदार हमला कर जख्मी कर दिया, जिनको ग्रामीणों की मदद से चिकित्सालय पहुंचाकर उपचार किया जा रहा है। मामला पुरोला मुख्यालय से महज 12 किमी. लगभग दूरी पर स्थित रामा गांव का है, जहां 28 वर्षीय लोकेश बिष्ट पुत्र मोहन सिंह बिष्ट गांव से कुछ ही दूरी पर बेष्टी गांव की तरफ खेत में हल लगाने गया था, जहां हल लगाकर घर की ओर आते हुए रास्ते में घात लगाए हुए बाघ ने अचानक हमला बोल दिया। युवक ने भी अपना धैर्य नहीं खोया और बाघ से अपनी जान बचाने को अपने हाथों में कसकर पकड़ लिया और जोर जोर से आवाज लगाई। शोर सुन गाय चराने गया पड़ोसी गांव बेष्टी के अरविन्द पुत्र शूरवीर लाल मौके पर पँहुच शोर मचाने लगा। युवक लोकेश को घायल छोड़ बाघ उसी पर झपट पड़ा, जिसको नाखून से खरोंचे आई हैं। हल्ला सुन ग्रामीण एकत्रित हुए, लेकिन तब तक बाघ खतरा भांप जंगल की ओर भाग गया।ग्रामीणों ने युवकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला पहुंचाया जहां पर घायल युवकों का उपचार कर घर भेज दिया गया। वहीं घटना की खबर से ग्रामीण क्षेत्रों में भय का माहौल हो गया है।चिकित्सक पूनम ने कहा कि दोनों युवकों के सिर सहित शरीर में कई जगहों पर नाखून से गहरे घाव हैं, उपचार कर युवकों को घर भेज दिया गया है। फारेस्ट के उप प्रभागीय वनाधिकारी एनएन श्रीवास्तव ने बताया कि गुलदार ने रामा व बेष्टी गांव के दो युवकों पर हमला किया है। सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची है। गुलदार गांव के समीप ही झाड़ियों में छुपा है, जिसको पकड़ने के लिए उच्च अधिकारियों से पिंजड़ा लगवाने की अनुमति ली जा रही है। “दोनों घायलों को एहतियातन के लिए गहन जांच को देहरादून रेफर कर दिया गया, जबकि गुलदार ने फिर हमला बोल एक और ग्रामीण को घायल किया है।” तहसीलदार चंदन सिंह राणा


नीरज उत्तराखंडी/पुरोला पुरोला विकासखण्ड के रामा व बेष्टी गांव के दो युवकों पर शुक्रवार सुबह लगभग 9 बजे ने गुलदार हमला कर जख्मी कर दिया, जिनको ग्रामीणों की मदद से चिकित्सालय पहुंचाकर उपचार किया जा रहा है।


मामला पुरोला मुख्यालय से महज 12 किमी. लगभग दूरी पर स्थित रामा गांव का है, जहां 28 वर्षीय लोकेश बिष्ट पुत्र मोहन सिंह बिष्ट गांव से कुछ ही दूरी पर बेष्टी गांव की तरफ खेत में हल लगाने गया था, जहां हल लगाकर घर की ओर आते हुए रास्ते में घात लगाए हुए बाघ ने अचानक हमला बोल दिया। युवक ने भी अपना धैर्य नहीं खोया और बाघ से अपनी जान बचाने को अपने हाथों में कसकर पकड़ लिया और जोर जोर से आवाज लगाई। शोर सुन गाय चराने गया पड़ोसी गांव बेष्टी के अरविन्द पुत्र शूरवीर लाल मौके पर पँहुच शोर मचाने लगा। युवक लोकेश को घायल छोड़ बाघ उसी पर झपट पड़ा, जिसको नाखून से खरोंचे आई हैं। हल्ला सुन ग्रामीण एकत्रित हुए, लेकिन तब तक बाघ खतरा भांप जंगल की ओर भाग गया।ग्रामीणों ने युवकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला पहुंचाया जहां पर घायल युवकों का उपचार कर घर भेज दिया गया।


वहीं घटना की खबर से ग्रामीण क्षेत्रों में भय का माहौल हो गया है।चिकित्सक पूनम ने कहा कि दोनों युवकों के सिर सहित शरीर में कई जगहों पर नाखून से गहरे घाव हैं, उपचार कर युवकों को घर भेज दिया गया है।


फारेस्ट के उप प्रभागीय वनाधिकारी एनएन श्रीवास्तव ने बताया कि गुलदार ने रामा व बेष्टी गांव के दो युवकों पर हमला किया है। सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची है। गुलदार गांव के समीप ही झाड़ियों में छुपा है, जिसको पकड़ने के लिए उच्च अधिकारियों से पिंजड़ा लगवाने की अनुमति ली जा रही है।


“दोनों घायलों को एहतियातन के लिए गहन जांच को देहरादून रेफर कर दिया गया, जबकि गुलदार ने फिर हमला बोल एक और ग्रामीण को घायल किया है।”


 तहसीलदार चंदन सिंह राणा


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