विश्व प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा पर संशय बरकरार

 



जम्मू. भगवान शिव के प्रति श्रद्धा से भरपूर और आस्था से ओतप्रोत होकर भक्तों के पहुंचने वाली अमरनाथ यात्रा पर इस बार संशय बरकरार है. ऐसा दूसरा मौका है जब अमरनाथ यात्रा को रोका जा सकता है.


राजभवन से क्या हुआ


दरअसल कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के चलते अमरनाथ यात्रा पर संकट के बादल छाए हुए हैं. मामले को लेकर जम्मू के राजभवन में कोई निश्चित फैसला नहीं हो सका. राजभवन से पहले अमरनाथ यात्रा रद्द करने की सूचना दी गई और उसके कुछ देर बाद उस प्रेस रिलीज को कैंसिल कर दिया गया.
एक घंटा भी नहीं बीता था कि तीसरी प्रेस रिलीज जारी हुई और उसमें राजभवन द्वारा कहा गया कि आज की तारीख में यात्रा करवाना संभव नहीं है. लेकिन यात्रा होगी या नहीं इसका फैसला बाद में होगा अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है. बैठक की अध्यक्षता लेफ्टिनेंट गवर्नर जगदीश चंद्र मुर्मू कर रही थी.


कब होती है अमरनाथ यात्रा


अमरनाथ यात्रा के लिए अप्रैल माह में 1 तारीख से रजिस्ट्रेशन शुरू होने थे और लगभग 42 दिन की यात्रा का शुभारंभ 23 जून को होना है. 23 जून से शुरू हुई यात्रा 3 अगस्त को यानी रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगी. लेकिन इस बार यह यात्रा होगी या नहीं इस पर संशय बरकरार है.


क्यों रोकी जा सकती है यात्रा


दरअसल जिस मार्ग से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालु जाते हैं उस मार्ग पर 77 कोरोना रेड जोन हैं जिसके चलते लंगरों की स्थापना, मेडिकल सुविधाएं, कैंप लगाना सामानों की आवाजाही और रास्ते पर पड़े बर्फ को भी हटाना संभव दिखाई नहीं दे रहा है. सबसे अहम बात जिस यात्री निवास को जम्मू में अमरनाथ यात्रियों का बेस कैंप बनाया जाता था वह इन दिनों क्वॉरेंटाइन सेंटर बना हुआ है. जम्मू कश्मीर की सीमाएं सील है और किसी भी गाड़ी के आने जाने पर मनाही है.


पहले भी रुकी है बाबा की यात्रा


सन 2000 में बने अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन राज्यपाल या उपराज्यपाल होते हैं.गत वर्ष धारा 370 हटाने के ठीक 3 दिन पहले सुरक्षा का हवाला देते हुए सरकार ने अमरनाथ यात्रा को रोक दिया था जबकि यात्रा रोके जाने से पहले तकरीबन 300000 लोग बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके थे.
इस बार फिर से अमरनाथ यात्रा पर संकट के बादल हैं जिस का कारण राज्य के कोरोना पॉजिटिव मरीज है केवल कश्मीर से 351 मरीज हैं जहां से बाबा बर्फानी की यात्रा गुजरती है. केवल कश्मीर की बात करें तो 10 जिले कोरोना के संक्रमण से प्रभावित है जिसमें श्रीनगर, बारामुला,बांदीपुरा और कुपवाड़ा हॉटस्पॉट एरिया घोषित किए गए हैं.
ऐसे में बाबा बर्फानी के दर्शन करने वालों के हाथ निराशा लग सकती है. कोरोना संक्रमण के चलते सरकार यात्रा को इस बार भी रोक सकती है.अभी इस पर कुछ भी स्पष्ट कहना जल्दबाजी होगी जब तक जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर की ओर से कोई आधिकारिक बयान ना आ जाए.


टिप्पणियाँ

Popular Post