सरकार व पुलिस का गलत रवैया


लाॅकडाउन के समय पुलिसकर्मियों द्वारा युवा लड़कों एवं बुजुर्गों को मुर्गा बनाना, डंडे मारना और किसी भी अन्य तरह की यातना देना कहां तक उचित है? कानून भी इसका अधिकार नहीं देता।


यही नहीं यातनाओं के बाद युवा एवं बुजुर्गों का फोटो भी फेसबुक और वट्स एप में डाल दिया जाता है। ऐसी परिस्थितियों में उत्पीड़ित व्यक्ति का मानसिक उत्पीड़न भी होता है। इस कारण वह कोई भी गलत कदम उठा सकता है।


इसलिए मेरा मानना है कि उन्हें किसी भी प्रकार की याताना देने के बजाए उन्हें एक-दो घंटे योग कराया जाय। जिससे न उनका शारीरिक उत्पीड़न होगा और न ही मानसिक उत्पीड़न।


सरकार को प्रत्येक पुलिसकर्मी को तत्काल यह आदेश देने की जरूरत है। जिससे कि शासन-प्रशासन भी खुश हो और जनता को भी परेशानी न हो।


अनिल कुमार कक्कड़
सामाजिक कार्यकर्ता
मो. : 9411193733


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