महाराष्ट्र में हुई संतों की हत्या सरकार की विफलता-स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी


हरिद्वार, 20 अप्रैल। महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ द्वारा ब्रह्मलीन हुए एक संत के अंतिम संस्कार में शामिल होने सूरत जा रहे जूना अखाड़े के दो संतों व उनके कार चालक की निर्मम हत्या पर श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कड़ा रोष व्यक्त करते हुए इसे सरकार की विफलता बताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि भीड़ द्वारा बेकसूर निहत्थे संतों की निर्मम हत्या अत्यन्त निंदनीय है। पुलिस की मौजूदगी में हुई दो संतों सहित तीन लोगों की हत्या हिंदू हितों की बात करने वाली शिवसेना सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को इस मामले में तत्काल कड़े कदम उठाते हुए सभी दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।


केंद्र सरकार को भी इसका संज्ञान लेना चाहिए। यदि महाराष्ट्र उचित कदम नहीं उठाती है तो 3 मई को लाॅकडाउन खुलने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज व महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज के नेतृत्व में सभी तेरह अखाड़ों के साधु संत महाराष्ट्र पहुंचकर सरकार के समक्ष कड़ा प्रतिवाद करेंगे और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि घटना में मारे गए दोनों संतों में एक काफी बुजुर्ग थे। भीड़ साधुओं को पीटती रही और मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें बचाने के लिए कुछ नहीं किया। पुलिस के पास हथियार होते हैं। यदि पुलिसकर्मी हवाई फायरिंग ही कर देते तो सभी की जान बच सकती थी। लेकिन पुलिसकर्मियों ने कुछ नहीं किया। जो कि बेहद चिंतनीय है। 


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