हवलदार रतनलाल हत्याकांड में सात गिरफ्तार




नई दिल्ली/उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान हवलदार रतनलाल हत्याकांड मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक प्रेम नगर, लोनी, गाजियाबाद का रहने वाला है। बाकी सभी आरोपी चांद बाग इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है। गौरतलब है कि बीते 24 फरवरी को चांद बाग इलाके में सीएए और एनआरसी के विरोध के दौरान उग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया था। हमले में दिल्ली पुलिस के हवलदार रतनलाल की मौत हो गई थी जबकि पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा और एसीपी अनुज कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि चांद बाग में पुलिस टीम पर हमला पूरी तरह सुनियोजित था। हमले से पूर्व एक आरोपी सलीम मलिक उर्फ मुन्ना (38) प्रदर्शन स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ते हुए दिख रहा था। बाद में पूरी वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने वीडियो फुटेज, सीसीटीवी, लोगों के बयान व अन्य सुबूतों के आधार पर सात आरोपी सलीम मलिक, मो. जलालुद्दीन उर्फ गुड्डू भाई (33), मो. अय्यूब (35), मो. यूनुस (32), आरिफ (27), मो. दानिश (23) और मो. सलीम खान (46) को गिरफ्तार किया है। गामड़ी गांव में 25 फरवरी को उग्र भीड़ एक मकान में जबरन घुस गई थी। मकान के सभी सदस्यों व वहां काम करने वाले 10 कारीगरों ने छत पर पहुंचकर अपनी जान बचाई। उपद्रवियों ने आठ लाख कैश, लाखों के जेवरात लूटने के बाद घर में आग लगा दी। आग से दूसरी मंजिल पर मौजूद 85 वर्षीय अकबरी की दम घुटने से मौत हो गई। पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस ने छानबीन की। जांच के बाद पीड़ित के दो पड़ोसी युवकों अरुण (26) और वरुण (22) को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों सगे भाई हैं। उस दिन दोनों भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे।भागरथी विहार और जौहरीपुर नाले से 27 फरवरी को अलग-अलग समय में पुलिस ने चार लाशें बरामद की थी। गोकुलपुरी पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की। बाद में 5 मार्च को केस एसआईटी को ट्रांसफर कर दिया गया। शवों की पहचान दो सगे भाई आमिर अली (31) और हाशिम अली (19) के अलावा अकील अहमद और मुशर्रफ के रूप में हुई। उपद्रवियों ने घर लौटते समय आमिर व हाशिम की हत्या कर उनकी लाश नाले में फेंक दी। इसी तरह लोनी से दिल्ली आए अकील के साथ भी ऐसा ही हुआ। मुशर्रफ को उपद्रवियों ने उसकी पत्नी के सामने ही दूसरी मंजिल से घसीटकर ले गए। बाद में उसकी हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया। एसआईटी ने पहले 8 मार्च को लोकेश कुमार सोलंकी को दबोचा। उससे पूछताछ के बाद 10 मार्च को पंकज शर्मा नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। दोनों ने पूछताछ में अपने दो अन्य साथी सुमित व अंकित के नाम भी बताए। पुलिस दोनों को पहले ही अन्य मामले में गिरफ्तार कर चुकी थी।दिल्ली पुलिस प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 712 एफआईआर दर्ज कर 215 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए अब तक कुल 3340 लोगों को हिरासत में लिया था, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस ने आर्म्स एक्ट के 51 मामले दर्ज कर 54 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने 48 पिस्टल व 60 कारतूस बरामद किए। लगातार पुलिस को शिकायतें मिल रही हैं। सोशल मीडिया रि भड़काऊ मैटेरियल व पोस्ट के मामले में पुलिस 20 एफआईआर दर्ज कर 25 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।


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