डीएफओ दफ्तर में ही तस्करों ने काट दिए चन्दन के दो पेड़


बेखौफ लकड़ी तस्करों ने डीएफओ दफ्तर के अंदर ही चंदन के दो पेड़ काटकर ठिकाने लगा दिए। मामला खुलने के बाद विभाग में हड़कंप की स्थिति है। अफसर मामले की जांच में जुट गए हैं।
जिनके पास जंगल बचाने की जिम्मेदारी हैए अब उनके परिसर के पेड़ सुरक्षित नहीं रहे। तिकोनिया में हल्द्वानी वन प्रभाग के डीएफओ और तराई केन्द्रीय वन प्रभाग एसडीओ का कार्यालय है। मंगलवार रात चंदन तस्कर परिसर में लगे चंदन के दो पेड़ काटकर चंपत हो गए। हैरानी की रही कि परिसर के अंदर करीब 12 परिवार रहते हैंए लेकिन पेड़ काटने की भनक किसी को नहीं लगी। इतना ही नहींए यहां से मात्र 500 मीटर दूर भोटिया पड़ाव चौकी है। मगर पुलिस भी इससे बेखबर रही। सुबह चंदन की बिखरी टहनियां देखकर चौंके कर्मचारियों ने छानबीन की तो परिसर के अंदर लगे दो पेड़ों के ठूठ देखकर होश उड़ गए। मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
इससे पहले डीएफओ के घर के पास से काटा था पेड़
इसी परिसर में तराई केन्द्रीय वन प्रभाग के डीएफओ का आवास है। पिछले साल चोरों ने आवास के बगल में खड़ा चंदन पेड़ ठिकाने लगा दिया था। इससे पहले भी करीब तीन बार तस्कर इस परिसर से चंदन के पेड़ ठिकाने लगा चुके हैं।
खानपूर्ति पड़ती है महंगी
जंगलों में जब तस्कर पेड़ ठिकाने लगाते हैं तो अधिकतर कर्मचारी.अधिकारी मामला दबा देते हैं। मामला प्रकाश में आ जाने पर केस दर्ज कर कहीं से लकड़ी लाकर मामला रफा.दफा कर देते हैं। मगर यह मामला अफसरों के लिए मुसीबत बन सकता है। इसकी लकड़ी बरामद करना या बदले में दूसरी चंदन की लकड़ी जुटाना भी बहुत मुश्किल है।
वहीं डीएफओ, हल्द्वानी वन प्रभाग. महातिम यादव का कहना है कि चंदन के पेड़ काटने की सूचना मिली है। मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
 


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