स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया से देश बना आत्मनिर्भर : मुख्यमंत्री
काशीपुर / देहरादून: प्रबुद्धजन सम्मेलन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े प्रबुद्ध नागरिकों के साथ संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, विकास कार्यों और उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी साझा की। सम्मेलन में डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षाविद, अधिवक्ता, उद्यमी, व्यापारी, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड और देश के प्रबुद्धजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत@2047” संकल्प को साकार करने वाले अग्रदूत हैं। प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में देश “रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म” की नीति के साथ निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने बताया कि आज भारत इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। ‘स्टार्टअप इंडिया’, ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्किल इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी पहलों ने देश को आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से अग्रसर किया है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है और डिजिटल क्रांति ने आम नागरिक तक तकनीक को पहुंचाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत अब केवल उपभोक्ता बाजार नहीं, बल्कि उत्पादन और निर्यात में अग्रणी बन चुका है। हाल ही में जारी आंकड़ों ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। रिज़र्व बैंक और आईएमएफ ने जहां जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6.5 प्रतिशत लगाया था, वहीं एनएसओ के अनुसार यह दर 7.8 प्रतिशत रही। यह बुलंद भारत की प्रगति का प्रमाण है। उन्होंने हाल ही में जीएसटी दरों में कमी करने के लिए प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री का आभार भी व्यक्त किया।
राज्य के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर भी जोर दिया जा रहा है। वर्ष 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 3.56 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौते हुए, जिनमें से लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव धरातल पर उतर चुके हैं। राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, विभिन्न नीतियों और मेगा इंडस्ट्रियल पॉलिसी लागू की गई है। काशीपुर और अन्य क्षेत्रों में औद्योगिक पार्क, क्लस्टर और टाउनशिप स्थापित किए जा रहे हैं।
स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘एक जनपद, दो उत्पाद’, ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’, ‘स्टेट मिलेट मिशन’, ‘नई पर्यटन नीति’, ‘होम स्टे’ और ‘सौर स्वरोजगार योजना’ जैसी पहलें शुरू की गई हैं। इन प्रयासों का परिणाम है कि उत्तराखंड को नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों के इंडेक्स में देश में पहला स्थान मिला है और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा स्टार्टअप रैंकिंग में भी उल्लेखनीय स्थान प्राप्त हुआ है। राज्य ने बेरोजगारी दर में कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने समान नागरिक संहिता और नकल विरोधी कानून लागू करने जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। राज्य की सांस्कृतिक पहचान और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के लिए धर्मांतरण विरोधी और दंगा विरोधी कानून लागू किए गए हैं। लैंड जिहाद, लव जिहाद और अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है। हजारों एकड़ सरकारी भूमि को मुक्त कराया गया है और अवैध मदरसों व संरचनाओं को हटाया गया है।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति को लागू करते हुए सैकड़ों अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री ने स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का आग्रह करते हुए कहा कि हर नागरिक को यह देखना चाहिए कि खरीदी जाने वाली वस्तु स्वदेशी है या विदेशी। स्वदेशी अपनाने से न केवल कारीगरों, किसानों और उद्यमियों को लाभ मिलेगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी मजबूत होगा।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, शिव अरोड़ा, काशीपुर के महापौर दीपक बाली सहित कई जनप्रतिनिधि, प्रबुद्धजन और स्थानीय लोग मौजूद रहे।
टिप्पणियाँ