किश्तवाड़ आपदा : उपराज्यपाल ने जताया दुख, राहत-बचाव कार्य तेज करने के निर्देश

 


जम्मू-कश्मीर : किश्तवाड़ जिले के पद्दार ताशोती इलाके में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिसमें एक लंगर (सामुदायिक रसोई) शेड बह गया। जिला प्रशासन ने आशंका जताई है कि इस घटना में जनहानि हो सकती है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है। श्रीनगर मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 4 से 6 घंटों में जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश, गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है।

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से एक जरूरी संदेश मिला, जिसके बाद उन्होंने तत्काल उपायुक्त किश्तवाड़ पंकज कुमार शर्मा से बातचीत की। डॉ. सिंह ने कहा कि चोसिटी क्षेत्र में भीषण बादल फटने की घटना हुई है, जिससे भारी जनहानि की आशंका है। प्रशासन हरकत में आ गया है और बचाव दल मौके के लिए रवाना हो चुका है। नुकसान का आकलन और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि वे शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करते हैं। साथ ही, सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को बचाव एवं राहत अभियान तेज करने और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।

उपायुक्त पंकज शर्मा ने बताया कि चशोती क्षेत्र, जो मचैल माता यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है, में अचानक बाढ़ आने के बाद तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। विधायक सुनील कुमार शर्मा के अनुसार, फिलहाल किसी तरह का आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन नुकसान की संभावना अधिक है। उन्होंने कहा कि यात्रा के चलते क्षेत्र में भारी भीड़ थी और वे एनडीआरएफ टीम की तैनाती के लिए उपराज्यपाल से अनुरोध करेंगे।

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