गोमती बनी दर्द की गवाह, मां-बेटों की तलाश में रोते परिजन

 


बाराबंकी :  पारिवारिक कलह ने एक दर्दनाक हादसे को जन्म दे दिया, जहां एक महिला ने अपने दो बेटों के साथ गोमती नदी में औसानेश्वर घाट पुल से छलांग लगा दी। इस घटना में छोटे बेटे का शव नैपुराघाट पुल के पास से बरामद कर लिया गया, जबकि महिला और उसके दूसरे बेटे की तलाश नदी में अब भी जारी है। यह घटना बुधवार देर शाम की है, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया।

जानकारी के अनुसार, कोठी थाना क्षेत्र के बिबियापुर गांव के पूर्व प्रधान मंशाराम की बेटी मिथिलेश कुमारी (28) की शादी 2017 में सधाई भगतपुरवा निवासी मनोज यादव से हुई थी। 2021 में पति की मौत हो गई, जिसके बाद 2025 में मिथिलेश का विवाह अपने देवर भोला उर्फ हुकुम सिंह से हुआ था। बताया जा रहा है कि बुधवार को परिवार में किसी बात को लेकर तीखा विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि मिथिलेश ने अपने दोनों बेटों के साथ अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला कर लिया।

वह दोनों बच्चों को लेकर घर से निकली और देर शाम औसानेश्वर घाट पुल पर पहुंची, जहां से उसने नदी में छलांग लगा दी। घटना की सूचना मिलते ही गुरुवार सुबह कोठी पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची और तलाश अभियान शुरू किया, लेकिन औसानेश्वर घाट पर कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद नैपुराघाट के पास नदी में एक शव उतराता दिखा, जिसे गोताखोरों ने बाहर निकाला। शव की पहचान छोटे बेटे के रूप में हुई।

एसएचओ कोठी जेपी सिंह ने बताया कि महिला और उसके दूसरे बेटे की तलाश गोमती नदी में लगातार की जा रही है। पुलिस ने आसपास के इलाकों में भी सूचना भेज दी है, ताकि यदि नदी के बहाव में शव आगे निकल गए हों तो उन्हें समय रहते बरामद किया जा सके। इस घटना से गांव में शोक और सदमे का माहौल है, वहीं लोग परिवारिक विवाद के इस त्रासदीपूर्ण अंत को लेकर स्तब्ध हैं।

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