भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को हराकर टी20 सीरीज में रचा नया अध्याय

 


भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मैनचेस्टर के एमिरेट्स ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इतिहास रचते हुए इंग्लैंड को छह विकेट से हराकर पहली बार महिला टी20 सीरीज अपने नाम कर ली है। पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल करते हुए भारत ने न केवल श्रृंखला जीती, बल्कि इंग्लैंड में 19 साल का सूखा भी समाप्त किया। सीरीज का अंतिम मुकाबला 12 जुलाई को बर्मिंघम में खेला जाएगा, लेकिन भारत पहले ही विजेता बन चुका है।

इस जीत से पहले भारत ने इंग्लैंड को 2006 में डर्बी में खेले गए एकमात्र टी20 मैच में हराया था, जिसके बाद से वह घरेलू और विदेशी दोनों धरती पर खेली गई हर टी20 सीरीज में हारता आया था। मैनचेस्टर की जीत ने इस लंबे इंतजार को खत्म कर दिया और भारतीय महिला टीम के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ।

मैच में भारत की स्पिन गेंदबाज़ों ने निर्णायक भूमिका निभाई। राधा यादव ने 15 रन देकर दो विकेट झटके, जबकि श्री चरणी ने 30 रन देकर दो और दीप्ति शर्मा ने 29 रन देकर एक विकेट लिया। इन गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड की पारी को 20 ओवर में 7 विकेट पर 126 रन तक सीमित कर दिया। गेंदबाज़ी के इस सटीक प्रदर्शन ने भारत को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।

लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की सलामी जोड़ी ने धमाकेदार शुरुआत दी। शैफाली वर्मा ने 31 और स्मृति मंधाना ने 32 रन बनाए। दोनों ने पहले विकेट के लिए 7 ओवर में 56 रन की साझेदारी कर टीम की जीत की नींव रखी। इसके बाद भारत ने 17 ओवर में ही 4 विकेट खोकर 127 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। टीम ने यह मुकाबला 18 गेंद शेष रहते जीत लिया। राधा यादव को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया।

इस ऐतिहासिक जीत से भारतीय महिला क्रिकेट को एक नई प्रेरणा मिली है और टीम ने यह साबित कर दिया है कि वह अब किसी भी परिस्थिति में बड़ी टीमों को चुनौती देने और हराने की क्षमता रखती है। भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यह पल गौरव का है, और यह सीरीज जीत भविष्य की कई और सफलताओं की ओर इशारा कर रही है।

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